योगी आदित्यनाथ 1 जून को  रखेंगे श्रीराम जन्मभूमि के गर्भगृह की आधार शिला 

योगी आदित्यनाथ 1 जून को  रखेंगे श्रीराम जन्मभूमि के गर्भगृह की आधार शिला 

anurag dwivedi

अयोध्या, श्रीराम जन्मभूमि के गर्भगृह की आधार शिला रखने के कार्यक्रम तैयारी जोरों पर है। मंदिर ट्रस्ट ने इसकी तैयारी पूरी ली है। 1 जून को सीएम योगी आदित्यनाथ मुख्य मंदिर के 403 वर्गफुट क्षेत्र के गर्भगृह की आधार शिला रखेंगे। इस कार्यक्रम की तैयारी ट्रस्ट कर रहा है। इसको लेकर इसमें लगने वाले तराशे गए पत्थरों को सेट कर रखा जा रहा है। इन पत्थरों में कुछ पत्थर नए तराशे हुए हैं, जबकि शेष 1990 के दौरान से तराशे गए पत्थर हैं। जिनका उपयोग गर्भगृह के निर्माण से ही किया जाएगा। 

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वैदिक पूजन कार्यक्रम को स्मरणीय बनाने की तैयारी 
इस समय मंदिर ट्रस्ट, गर्भगृह के निर्माण के अवसर पर आयोजित वैदिक पूजन कार्यक्रम को स्मरणीय बनाने की तैयारी में जुटा है। इसके साथ ही मंदिर निर्माण का कार्य भी तीव्रता के साथ दिन रात चल रहा है। मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय ने बताया कि मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र से निर्माण कार्यों के प्रत्येक पहलुओं पर वार्ता कर कार्यदाई संस्था को आवश्यक दिशा निर्देश दिए जा रहें हैं।

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नक्शे और डिजाइन के कोई परिवर्तन नहीं 
गर्भगृह की डिजाइन में परिवर्तन नहीं- मंदिर ट्रस्ट के सदस्य कामेश्वर चौपाल का कहना है कि मंदिर के गर्भगृह के नक्शे और डिजाइन के कोई परिवर्तन नहीं किया गया है। यह पहले से तराशे गए पत्थरों से बनेगा। हर हाल में गर्भगृह का निर्माण कार्य दिसंबर 2023तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। यह संभव है कि वैदिक आचार्यों की सलाह पर रामलला को उसी के बाद पड़ने वाली शुभ तिथि पर स्थापित कर दर्शन शुरू किया जाए।

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दिसंबर 2023 तक मंदिर के ग्राउंड फ्लोर को पूरा करने की तैयारी 
मंदिर ट्रस्ट के दूसरे सदस्य कामेश्वर चौपाल का कहना है कि ट्रस्ट की तैयारी दिसंबर 2023 तक मंदिर के ग्राउंड फ्लोर को पूरा करने की है। जिसके पिलर, बीम और छत आदि के लिए पहले से पत्थर तैयार हैं, जो कम पड़ेंगे, उसको पूरा करने के लिए तेजी से पत्थर तराशने का काम भी चल रहा है, लेकिन हर हाल में राम लला को दिसंबर 2023 तक स्थापित करने का लक्ष्य है, इसीलिए इसका निर्माण पहले ही पूरा करने का प्लान है।

देश को यह संदेश देने के लिए आधारशिला के पूजन का कार्यक्रम  
उन्होंने कहा कि वास्तव में मुख्य मंदिर के गर्भ गृह के निर्माण में आधारशिला के पूजन का कार्यक्रम केवल देश को यह संदेश देने के लिए आयोजित किया जा रहा है कि मुख्य राम मंदिर का निर्माण भी तेजी से शुरू कर दिया गया है। यह सामान्य कार्यक्रम ही होगा।

गर्भगृह के साथ ही रंग मंडप का भी निर्माण जल्द पूरा करने की योजना 
चौपाल ने बताया कि 403 वर्ग फीट क्षेत्र के गर्भगृह के चारों तरफ प्लिंथ पर भी निर्माण कार्य चलेगा। जिस पर परिक्रमा मार्ग भी बन सके। इसकी ऊपरी छत पर पहली मंजिल तक की ऊंचाई का गुंबद बनेगा। बाद में जिसकी ऊंचाई ऊपर की मंजिल के निर्माण के साथ 161 फीट ऊंचे शिखर के रूप में कर दी जाएगी। उन्होंने बताया कि गर्भगृह के साथ ही मंदिर के अंतराल व रंग मंडप का भी निर्माण जल्द पूरा करने की योजना है। जिससे दर्शन शुरू करने के बाद भीड़ को लेकर कोई समस्या न खड़ी होने पाए।

पांच दिन पहले से अनुष्ठान शुरू
राम मंदिर गर्भगृह की आधारशिला के पूजन के पांच दिन पहले शनिवार से निर्माण स्थल पर वैदिक आचार्यों ने पांच दिवसीय विशेष सर्वदेव अनुष्ठान शुरू कर दिया है। इस अनुष्ठान के जरिए मुख्य मंदिर के निर्माण के पहले सभी देवी -देवताओं को प्रसन्न किया जा रहा है। हनुमानगढ़ी के मुख्य पुजारी रमेश दास बताते हैं कि किसी काम को करने के पहले सनातन धर्म में देवी-देवताओं के पूजन-अर्चन के माध्यम से उन्हें प्रसन्न किया जाता है। यह एक विशेष प्रकार का अनुष्ठान होता है। जिससे किसी शुभ कार्य में किसी प्रकार की बाधा न उत्पन्न होने पाए। यह अनुष्ठान पाठ 5 दिन लगातार दो सत्रों में चलेगा।