kamlesh pandey
छतरपुर। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा हाल ही में 28 आशा सहयोगी की सेवाएं समाप्त कर दी हैं। आशा सहयोगिनी का कहना है कि उनका चयन पूरी प्रक्रिया के माध्यम से किया गया है फिर भी उन्हें हटा दिया गया। कलेक्टर एवं राज्यमंत्री ललिता यादव को ज्ञापन देकर फिर से ज्वाईनिंग दिलाए जाने की मांग की गई है।

चयनित आशा सहयोगिनी रजनी दुबे, नीलू रावत, शशिप्रभा यादव, नेहा त्रिपाठी, अंजली तिवारी, फूलादेवी अहिरवार, देवका यादव, रजनी अहिरवार, चित्रलेखा राय, कमला पटेल, रक्षा बुन्देला सहित एक दर्जन से अधिक महिलाओं ने कलेक्टर एवं राज्यमंत्री ललिता यादव को ज्ञापन देते हुए कहा कि पांच मई 2018 को उनका चयन किया गया था। 21 जून को सीएमएचओ ने आशा सहयोगिनी के लिए चयनित 28 महिलाओं के आदेश निरस्त कर दिए। महिलाओं का कहना है कि वे कई वर्षों से आशा कार्यकर्ता के रूप में अपने-अपने विकासखण्ड में कार्यरत रहीं। उनके चयन में पूरी गाईड लाईन का उपयोग किया गया है लेकिन उनकी इस प्रक्रिया को निरस्त कर दिया गया। शासन द्वारा जारी गाईड लाईन के पैरा क्रमांक 5 में उल्लेख है कि आशा सहयोगी को नोटिस देकर सुनवाई का अवसर दिया जाए एवं संतोषजनक कारण न पाए जाने पर जिला स्वास्थ्य समिति को सेवाएं समाप्त करने की अनुशंसा की जाए लेकिन इन किसी भी बिन्दुओं का उनकी सेवा समाप्ति पर विचार नहीं किया गया।