brijesh parmar
उज्जैन । विधानसभा निर्वाचन 2018 के मद्देनजर कलेक्टर श्री मनीष सिंह एवं पुलिस अधीक्षक श्री सचिन अतुलकर ने आज केन्द्रीय जेल का आकस्मिक निरीक्षण किया। आकस्मिक निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य मुख्य रूप से यह देखना था कि जेल में किसी प्रकार की कोई आपत्तिजनक वस्तु तो नहीं है तथा वहां की व्यवस्थाएं चाक-चौबन्द हैं कि नहीं। इस अवसर पर सीईओ जिला पंचायत श्री संदीप जीआर, अपर कलेक्टर श्री दीपक आर्य, एडीएम श्री जीएस डाबर आदि कलेक्टर के साथ थे।

कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक द्वारा जेल के प्रत्येक वार्ड तथा शाखाओं का सूक्ष्मता से निरीक्षण किया गया तथा पाया कि वहां किसी प्रकार की कोई आपत्तिजनक वस्तु नहीं है। एक कैदी सुनील पिता फूलचन्द द्वारा गत दिनों फांसी लगाने का प्रयास किए जाने के प्रकरण के सम्बन्ध में भी जांच की गई। बताया गया कि इसका कारण पैरोल रिजेक्ट हो जाना था तथा इससे पैरोल कराने के कल्याण शाखा में काम करने वाले एक कैदी पवन ने 1 हजार रूपए मांगे थे। अभी सुनील ठीक है तथा जेल अस्पताल में है। कलेक्टर के निर्देश पर जेलर अलका सोनकर ने कैदी पवन को दूसरे सैक्शन में भिजवा दिया है तथा उसे दूसरी जेल में स्थानांतरित करने का प्रस्ताव भोपाल भिजवाया गया है।
कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक द्वारा महिला कैदियों से भी मुलाकात की गई। महिला कैदियों ने मांग की कि उन्हें समय-समय पर बिन्दी, चुड़ी, सिंदूर, बोरोप्लस, वेसलीन आदि सामग्री मिलती रहे। इस पर कलेक्टर ने जेल अधीक्षक को निर्देश दिए कि ये सामग्री उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने कैदियों से पूछा कि उनके साथ जेल में अच्छा व्यवहार होता है कि नहीं। कोई धमकाता तो नहीं है। कैदियों ने बताया कि उनके साथ जेल में सभी अच्छा व्यवहार करते हैं।
कलेक्टर ने कैदियों को दिए जाने वाले खाने की भी जांच की। खाना अच्छा था। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि इसकी गुणवत्ता को और अच्छा किया जाए तथा बदल-बदल कर भोजन दिया जाए। उन्होंने जेल में शौचालयों की स्थिति तथा साफ-सफाई भी देखी। शौचालयों की स्थिति सही पाई गई तथा वहां पानी एवं साफ-सफाई की अच्छी व्यवस्था थी। जेल परिसर में अच्छी साफ-सफाई के लिए उन्होंने जेल अधीक्षक की सराहना भी की।