कान्हा में अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस पर हुए विविध आयोजन 

कान्हा में अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस पर हुए विविध आयोजन

स्कूली छात्रों ने दिया बाघ संरक्षण का सन्देश

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Syed Javed Ali
मंडला - रविवार को कान्हा टायगर रिजर्व द्वारा मोचा स्थित सेलीब्रेशन वन विलास रिसोर्ट, मोचा में अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस के अंतर्गत बाघ संरक्षण संबंधी चेतना के प्रचार-प्रसार एवं क्षेत्रीय गतिविधियों से संबंधित कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में कान्हा प्रबंधन द्वारा विगत वर्षों में आरम्भ की गई मुख्य बाघ संरक्षण गतिविधियों पर भी प्रकाश डाला गया। इस कार्यक्रम में कुछ अशासकीय संगठनों के प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया एवं पावरप्वांइट प्रस्तुतीकरण द्वारा कान्हा भू-भाग मेें उनके द्वारा किये जाने वाले संरक्षण प्रयासों एवं अध्ययन की जानकारी दी गई। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आशुतोष अवस्थी, संभागीय आयुक्त जबलपुर थे।
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अंर्तराष्ट्रीय बाघ दिवस का प्रारंभ सुबह मोचा ग्राम में स्थित शालाओं के छात्र/छात्राओं द्वारा कान्हा ईको-सेंटर से खटिया प्रवेश द्वार तक वन, वन्यप्राणी एवं बाघ संरक्षण से संबधित नारों की तख्तियों के साथ रैली निकाल कर किया गया। डाॅ. संजय कुमार शुक्ला, क्षेत्र संचालक कान्हा टायगर रिजर्व, जो कि इस सम्पूर्ण कार्यक्रम के सूत्रधार थे, उन्होंने भी इस रैली में भाग लेकर इसका नेतृत्व किया। आंतरिक तकनीकी सत्र का उद्घाटन मुख्य अतिथि आशुतोष अवस्थी द्वारा किया गया।
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सुश्री अंजना सुचिता तिर्की ने संपूर्ण कार्यक्रम का संचालन करते हुये दो गतिविधियों के मध्य में आज के दिन एवं वन एवं वन्यप्राणी संरक्षण के महत्व पर प्रकाश डालते रहीं। डाॅ. संजय कुमार शुक्ला, क्षेत्र संचालक, कान्हा टायगर रिजर्व ने कार्यक्रम का आरंभ अपने स्वागत उद्बोधन से किया तथा कान्हा टायगर रिजर्व के प्रबंधन पर एक पाॅवरपाईंट प्रस्तुतीकरण किया। इसके पश्चात् पुरस्कार वितरण समारोह मेेें कान्हा टायगर रिजर्व के कर्मचारियों एवं समितियों को उनके वन्यप्राणी प्रबंधन में योगदान हेतु प्रमाण-पत्र एवं नगद प्रोत्साहन राशि प्रदान की गई। इसके अतिरिक्त कुछ विजेता शालेय छात्र-छात्राओं को चित्रकला तथा कविता पाठ हेतु पुरस्कार दिये गये। इसके पश्चात् राज्य वन अनुसंधान संस्थान, डब्लू.डब्लू.एफ.-इण्डिया; वाइल्डलाईफ कंर्जेवेशन ट्रस्ट; द लास्ट विल्डरनेस फांऊडेशन, भारतीय वन्यजीव संस्थान; द कार्बेट फांऊडेशन; फांऊडेशन फाॅर इकोलाजिकल सिक्युरिटी; वाइल्डलाईफ ट्रस्ट आॅफ इण्डिया एवं सिंघीनावा फांऊडेशन द्वारा बाघ संरक्षण पर कान्हा द्वारा तथा कान्हा भू-भाग पर विभिन्न अशासकीय संगठनों द्वारा किये जाने वाले कार्यों/प्रयासों तथा अध्ययन पर प्रस्तुतीकरण दिया।
तकनीकी सत्र के पश्चात् सुश्री सूफिया फारूखी वली, जिलाध्यक्ष, मंडला ने प्रभावकारी बाघ संरक्षण हेतु स्थानीय समुदायों को आजीविका कार्यक्रमों के माध्यम से साथ जोड़ने पर बल दिया। मुख्य अतिथि आशुतोष अवस्थी ने कान्हा टायगर रिजर्व के प्रबंधन पर संतोष व्यक्त किया एवं कान्हा भू-भाग में स्थानीय समुदायों, विशेष कर बैगा आदिवासी, के आर्थिक तथा सांस्कृतिक उत्थान के द्वारा वन्यप्राणी संरक्षण के महत्व पर प्रकाश डाला गया। अपरांह शत्र में शालेय छात्र/छात्राओं द्वारा देश में वन एवं वन्यप्राणी संरक्षण के महत्व पर  पर एकांकियों की प्रस्तुति की गयी एवं उन्हें भी कान्हा प्रबंधन द्वारा प्रमाण-पत्र दिये गये। इसके पश्चात् कान्हा के खोजी कुत्ते द्वारा ड्रिल का प्रर्दशन किया गया।
इस दौरान सुश्री सूफिया फारूखी वली, जिलाध्यक्ष, राकेश कुमार सिंग पुलिस अधीक्षक, के.एस. भदौरिया, संयुक्त संचालक, कान्हा टायगर रिजर्व; सुश्री अंजना सुचिता तिर्की उप संचालक कान्हा टायगर रिजर्व सहित जिले के वरिष्ठ वनाधिकारी तथा विभिन्न अशासकीय संगठनों के प्रतिनिधियों तथा अन्य अतिथि थे। के.एस. भदौरिया संयुक्त संचालक, कान्हा टायगर रिजर्व द्वारा कार्यक्रम के अंत में आभार प्रदर्शन किया गया।