नए और पुराने भाजपाइयों के बीच तालमेल बैठाने कृष्णमुरारी मोघे ने बदनावर मे डाला डेरा

नए और पुराने भाजपाइयों के बीच तालमेल बैठाने कृष्णमुरारी मोघे ने बदनावर मे डाला डेरा
इंदौर, भाजपा की प्रतिष्ठा का सवाल बनी बदनावर विधानसभा में राजनीतिक गतिविधियां पूरे शबाब पर है। पूर्व विधायक भंवरसिंह शेखावत ने यहां से दूरी बना रखी है, वहीं कृष्णमुरारी मोघे ने डेरा डाल रखा है। वे नए और पुराने भाजपाइयों के बीच तालमेल बैठाने का प्रयास कर रहे हैं, जो वर्षो तक आमने-सामने रहे। इंदौर संभाग की सांवेर व बदनावर विधानसभा में उप चुनाव हो जा रहे है। मुकाबला रोचक होने की संभावना बन गई है। भाजपा हर हाल में दोनों सीट जीतना चाहती है, जिसको लेकर दिग्गजों को काम पर लगाया है। बदनावर की जिम्मेदारी मोघे को दी है। पूर्व मंत्री विक्रम वर्मा के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद कुछ दिन होम क्वॉरंटीन रहने के बाद मोघे एक बार फिर मैदान में उतर गए हैं। इससे पहले उन्होंने पूरे परिवार की जांच करा ली, रिपोर्ट नेगेटिव आई। इसके बाद मोघे ने बदनावर में डेरा डाल दिया। बताया जा रहा है कि वहां सबसे बड़ी दिक्कत समन्वय की आ रही थी। मंत्री राजवर्धन सिंह के साथ भाजपा में शामिल हुए कांग्रेस नेता व कार्यकर्ता और पुराने भाजपाइयों के बीच में जैसी पटरी बैठनी चाहिए थी, वैसी बैठी नहीं। जरा सी दरार भविष्य में खाई का रूप ना ले ले, जिसको लेकर मोघे ने रणनीति के साथ काम सौंपना शुरू कर दिया। दोनों को साथ में रखकर काम सौंपा जा रहा है ताकि ट्यूनिंग जम जाए। उसका लाभ चुनाव परिणाम में नजर आए।