PM मोदी से केजरीवाल का सवाल- दिल्ली में प्लांट नहीं तो क्या ऑक्सीजन नहीं मिलेगी?

नई दिल्ली
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को मुख्यमंत्रियों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बैठक के दौरान कहा कि दिल्ली में ऑक्सीजन की भारी किल्लत है। अगर यहां ऑक्सीजन का प्लांट नहीं है तो क्या दिल्ली के लोगों को ऑक्सीजन नहीं मिलेगी? कृपया सुझाव दें कि केंद्र सरकार में मुझे किससे बात करनी चाहिए, जब दिल्ली के लिए एक ऑक्सीजन टैंकर को दूसरे राज्य में रोका जाता है? केजरीवाल ने कहा कि इस वक्त दिल्ली में ऑक्सीजन का बहुत बड़ा संकट चल रहा है। केंद्र सरकार का दिल्ली का ऑक्सीजन का कोटा बढ़ाने के लिए मैं प्रधानमंत्री जी आपका धन्यवाद करता हूं, इस बढ़े हुए कोटे को दिल्ली तक पहुंचाने में हमारी मदद करें। मैं प्रधानमंत्री से हाथ जोड़कर विनती करता हूं कि सभी मुख्यमंत्रियों को दिल्ली में आने वाले ऑक्सीजन टैंकरों की सुगम आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए दिशा निर्देश दें। केजरीवाल ने प्रधानमंत्री मोदी से अपील की कि ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए सरकार को देश के सभी ऑक्सीजन प्लांट का कंट्रोल सेना को सौंप देना चाहिए ताकि सभी राज्यों को ऑक्सीजन तुरंत मिल पाए। इसके साथ ही उन्होंने यह भी अपील की है कि हवाई मार्ग से भी ऑक्सीजन मिलनी चाहिए, जबकि ऑक्सीजन एक्सप्रेस की सुविधा दिल्ली में भी शुरू होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि देश में वैक्सीन सभी को एक ही दाम पर मिलनी चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोरोना वायरस की स्थिति पर राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक कर रहे हैं।
वहीं, सरकारी सूत्रों का कहना है कि दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने कोविड पर पीएम-सीएम कॉन्फ्रेंस का इस्तेमाल राजनीति खेलने के लिए एक मंच के रूप में किया। सरकारी सूत्रों का कहना है कि उन्होंने वैक्सीन की कीमतों पर झूठ फैलाने के लिए यह मंच चुना है, यह जानने के बावजूद कि केंद्र सरकार वैक्सीन की एक भी डोज अपने पास नहीं रखती और केवल राज्यों के साथ साझा करती है। सूत्रों का कहना है कि दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने ऑक्सीजन को एयरलिफ्ट करने का मुद्दा उठाया, लेकिन वह यह नहीं जानते थे कि यह पहले से ही किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उन्होंने रेलवे द्वारा ऑक्सीजन एक्सप्रेस के बारे में बात की थी, लेकिन रेलवे सूत्रों का कहना है कि उन्होंने इसके बारे में रेलवे को कुछ भी नहीं बताया है। सरकारी सूत्रों ने कहा कि केजरीवाल एक नए निम्न स्तर पर उतर आए हैं। पहली बार, मुख्यमंत्रियों के साथ प्रधानमंत्रियों की मुलाकात की निजी बातचीत को सार्वजनिक किया गया। उनका पूरा भाषण किसी समाधान के लिए नहीं था, बल्कि राजनीति खेलने और जिम्मेदारी से बचने के लिए था। गौरतलब है कि दिल्ली के अस्पतालों में मेडिकल ऑक्सीजन की कमी के बीच राजधानी में गुरुवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 26,169 नए मामले सामने आए, जबकि 306 मरीजों की मौत हो गई। दिल्ली में संक्रमण की दर 36.24 फीसदी रही जोकि पिछले साल महामारी की शुरुआत के बाद से सर्वाधिक है। स्वास्थ्य विभाग के बुलेटिन में यह जानकारी दी गई। दिल्ली में पिछले 10 दिनों में इस घातक वायरस के चलते 1,750 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। शहर में बुधवार को 24,638, मंगलवार को 28,395 जबकि सोमवार को 23,686 नए मामले सामने आए थे। दिल्ली में गुरुवार को सामने आए संक्रमण के नए मामलों के साथ ही शहर में अब तक कुल 9,56,348 लोग महामारी की चपेट में आ चुके हैं, जबकि मृतकों की संख्या बढ़कर 13,193 तक पहुंच गई है। बुलेटिन के मुताबिक, दिल्ली में बुधवार को 72,208 नमूनों की जांच की गई। इसके मुताबिक, दिल्ली में अब तक 8.51 लाख से अधिक मरीज ठीक हो चुके हैं, जबकि 91,618 एक्टिव मरीज हैं।