हड़ताल को सचिव और सहायक सचिवों का मिला समर्थन

surendra tripathi

उमरिया  जिले में 23 जुलाई से चल रहे लिपिक वर्ग के अनिश्चितकालीन हड़ताल को मिला ग्रामीण विकास विभाग के सचिव और सहायक सचिवों का समर्थन, कार्यालय पड़े सूने लोग हो रहे परेशान, प्रदेश सरकार 25 सालों से लंबित मांगों पर नहीं दे रही ध्यान |

उमरिया जिले के सभी कार्यालयों में पदस्थ लिपिक वर्ग के कर्मचारी अपनी वेतन विसंगति की मांग को लेकर 23 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गए हैं, इनके हड़ताल पर बैठने से संयुक्त कलेक्ट्रेट कार्यालय के सभी कक्ष सूने पड़े हैं, दूर – दराज से आकर लोग निराश वापस लौट रहे हैं, इस मामले में लिपिक वर्ग कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष राम चरण साकेत का कहना है कि बीसों सालों से हमारी एक ही मांग चली आ रही है वेतन विसंगति दूर किया जाय और श्री रमेश चन्द्र शर्मा की जो 23 अनुशंषा है उसको लागू किया जाय अब यह हड़ताल जारी रहेगी जब तक हमारी मांग पूरी नहीं हो जाती है |

इनकी मांगों का समर्थन ग्रामीण विकास विभाग के सचिव एवं सहायक सचिव जिला संगठन भी किया है वहीँ संगठन के जिला अध्यक्ष मोहन तिवारी का कहना है कि लगभग दो दशक से जो मध्य प्रदेश के इतिहास में एक बहुत बड़ा विषय है कि किसी कर्मचारी की दो दशक से मांग लंबित हो और शासन न सुने यह घोर आपत्ति का विषय है इसलिए जहां ऐसे मामले हैं वहां हम भी कर्मचारी हैं और वो भी कर्मचारी हैं हम सब आपस में भाई हैं, इस परिप्रेक्ष्य में हमारा पंचायत सचिव संगठन जिला उमरिया की तरफ से हमारे लिपिक कर्मचारी भाई जो जिला कलेक्टर कार्यालय के सामने टेंट लगाये बैठे हैं, हमने इनको समर्थन भी दिया है और अगर सरकार तय समय सीमा में इनकी मांगों को नहीं मानती है तो हम आपके साथ ग्रामीण विकास अमले में जो कर्मचारी हैं, जमीनी स्तर में धरातल में काम करते हैं पंचायत सचिव और सहायक सचिव के साथ इसी पंडाल में बैठ जायेंगे और शासन का काम बंद कर देंगे |

वहीँ लिपिक वर्ग कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष राम चरण साकेत का कहना है कि अभी हमारे साथी सचिव संघ के भाइयों ने कहा है समर्थन देने को हमको अत्यधिक खुशी है, अभी अगर शासन एक सप्ताह के भीतर हमारी मांगों पर विचार नहीं करती है तो हम अपील करेंगे कि हमारे जो भी कर्मचारी भाई हैं हमारा सहयोग करें और हमारे साथ खड़े होकर शासन से हमारी मांगों को मनवाने में पुरजोर मदद करें |

गौरतलब है कि लिपिक वर्ग के कर्मचारियों के अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने से कार्यालयों की स्थिति खराब होने लगी है सभी कार्य ठप्प होने लगे हैं और यदि इनके सहयोग में अन्य कर्मचारी संगठन उतर आये तो जिले भर नहीं प्रदेश की स्थिति चुनाव के समय में खराब हो जायेगी |