महिला ने लगाए कई आरोप
abdul rahman
सारनी। पाथाखेड़ा मे घरेलू हिंसा के बाद तीन तलाक देने का मामला तूल पकडऩे लगा है। महिला की शिकायत पर पुलिस पांच लोगो के खिलाफ मामला दर्ज किया है। वही दूसरी तरफ महिला के परिवार जनो ने क्षेत्र की सभी अंजुमन कमेटियो को पत्र लिखकर न्याय की गुहार लगाई है। बताया जाता है कि पाथाखेड़ा के वार्ड क्रमांक 18 मे रहने वाली एक मुस्लिम महिला को गर्भवती रहते हुए तीन तलाक देने का मामला सुर्खियो मे बना हुआ है। महिला ने बताया कि पाथाखेड़ा मे रहने वाले शेख शब्बीर के साथ 2005 मे शादी हुई थी। शादी के बाद से दहेज की मांग लेकर मारपीट कर परेशान करता था। इस मामले को लेकर पाथाखेड़ा की अंजुमन कमेटी ने समझौता भी कराया था। महिला ने कहा कि मेरा पति बुधनी की वर्धमान फेक्ट्री मे काम करता है। पांच लाख रूपए या कार की मांग को लेकर मारपीट करता है। जिसकी वजह से दो बार मेरा गर्भपात भी हो चुका है। इस बार तो मेरे पति ने तीन दिन तक भुख रखने के बाद मेरे बाल पकड़ कर घर के बाहर निकाल दिया। घर से निकलते समय मुझे तीन बार तलाक दिया है। महिला ने कहा कि पुरा मामला माता पिता को बताने के बाद पाथाखेड़ा पुलिस चौकी मे रिर्पोट दर्ज कराई है। घटना के बाद से पुरा परिवार फरार हो गया है। समुचे मामले को लेकर क्षेत्र की सभी अंजुमन कमेटी बैठक आयोजित कर दोनो परिवार को बुलाकर मामले की सुनवाई कर सकती है।
महिला आयोग पंहुचा मामला
पाथाखेड़ा की मुस्लिम महिला को तीन तलाक देने का मामला महिला आयोग पंहुचा है। मुस्लिम महिला ने घरेलू हिंसा एवं तीन तलाक के मामले मे कार्रवाही करने की मांग रखी है। महिला आयोग की सदस्य श्रीमती गंगा उइके ने जांच का भरोसा दिया है।
इनका कहना है।
महिला की शिकायत पर दहेज एक्ट का मामला पांच लोगो के खिलाफ दर्ज किया है। सभी आरोपी घटना के बाद से फरार बताए जा रहे है।
पंकज दिक्षित,एसडीओपी सारनी
तीन तलाक देने की बात सामने आई है। इस मामले मे समाज के मुफ्तीयो से चर्चा की जा रही है। सभी अंजुमन कमेटी बैठक कर मामले की सुनवाई करेगे। बैठक के बाद ही सही तस्वीर सामने आ सकती है।
रफी अहमद,अध्यक्ष अंजुमन कमेटी जामा मस्जिद सारनी