इंजीनियरिंग कॉलेजो ने कराया स्मार्ट वाहन का पेटेंट, एक्सीडेंट होने पर रिश्तेदार के पास मैसेज, लोकेशन और कॉल

इंजीनियरिंग कॉलेजो ने कराया स्मार्ट वाहन का पेटेंट, एक्सीडेंट होने पर रिश्तेदार के पास मैसेज, लोकेशन और कॉल

भोपाल
राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के स्कूल आॅफ इंर्फोमेशन टेक्नोलॉजी और बीएसएफ एकेडमी टेकनपुर सहित आधा दर्जन इंजीनियरिंग कालेज ने एक स्मार्ट वाहन का पेटेंट कराया है। स्मार्ट वाहन में शराब के नशे, दिल का दौरा और नींद आने से लेकर गाडी में पहियों में हवा कम होने तक की सूचना ड्राइवर को मिलेगी। यहां तक एक्सीडेंट होने पर रिश्तेदार के पास मैसेज, लोकेशन और कॉल तक पहुंच जाएगा।

आरजीपीवी, बीएसएफ एकेडमी टेकनपुर, एसजीएसआईटीएस, डीएविवि, एसएटीआई के प्रोफेसर, असिस्टेंट प्रोफेसर और प्रोग्रामर ने देश में हो रही सड़क हादसों पर काफी मंथन किया है। सकड़ों की दुर्घटनाओं को कैसे रोका जाए और समय रहते एक्सीडेंट की सूचना मिल सके।

इस संबंध में प्रोग्राम तैयार का एक स्मार्ट वाहन का पेटेंट कराया गया है। आरजीपीवी के एचओडी संजीव शर्मा ने बताया कि पेटेंट में कार को दो तरह सुरक्षित रखा गया है। पहला ऐक्टिव सेफ्टी का मूल्यांकन से एक्सीडेंट को होने से पहले रोका जा सकेगा। दूसरे में पेसिव मूल्यांकन में एक्सीडेंट होने पर कम से कम नुकसान होगा। गाडिय़ों के एक्सीडेंट होने के कई कारण है। इसमें ट्राफिक नियम का उल्लंघन करना, ड्राइवर द्वारा लापरवाही रखना और वाहन के बारे में जागरूकता की कमी शामिल हैं।

ड्राइवर का एक मापदंड से ज्यादा शराब पीना, असामान्य ह्दय गति के कारण चक्कर आ रहे या ऐसा महसूस होना, अटोमेटिक एयर चेकर और फिलर,सीट बेल्ट का प्रावधान, एयर बैग, वाहन के अंदर लगे कैमरा ड्राइवर के चेहरे की पल पल की स्थिति से अवगत कराएगा। रिमोटली व्हीकल इंजन कंट्रोल सिस्टम, अलार्म सिस्टम से ड्राइवर को एक्सीडेंट होने से पहले चेतावनी मिलेगी। एक्सीडेंट की स्थिति में ड्राइवर के रिश्तेदार या परिचित को स्वचालित मैसेज, लोकेशन, कॉल पहुंच जाएगा, ताकि वे उसके पास पहुंचकर उसे उपचार दिला सकें। पेटेंट में आईओटी और आर्टीफिसियल इंटीलेजेंस टेक्निक का उपयोग किया गया है।