इंडिगो अब वेब चेक-इन के लिए भी लेगी पैसे, जेट में इकॉनमी क्लास वालों को लाउंज सुविधा नहीं

इंडिगो अब वेब चेक-इन के लिए भी लेगी पैसे, जेट में इकॉनमी क्लास वालों को लाउंज सुविधा नहीं

 
नई दिल्ली

देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो और जेट एयरवेज ने रेवेन्यू बढ़ाने और कॉस्ट घटाने के लिए अपनी स्ट्रैटिजी में बदलाव किया है। इंडिगो ने रविवार को प्रत्येक सीट के लिए एक प्राइस की शुरुआत कर वेब चेक-इन को चार्जेबल बना दिया। इसका मतलब है कि अगर आप एयरपोर्ट पर लंबी कतार से बचने के लिए वेब चेक-इन करते हैं तो आपको इसके लिए भी पैसे देने होंगे। इंडिगो डमेस्टिक मार्केट की किंग है और इसका मार्केट के 43 प्रतिशत हिस्से पर कब्जा है। ऐसे में दूसरी लो कॉस्ट कैरियर भी इस तरह का कदम उठा सकती है। दूसरी तरफ, जेट एयरवेज ने इकॉनमी क्लास में यात्रा करने वाले अपने जेट प्रिवलेज लॉयल्टी प्रोग्राम के मेंबर्स को बताया है कि वे अब उसके लाउंज का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे। 
 
एक पैसेंजर के ट्वीट के जवाब में इंडिगो ने कहा कि उसके पैसेंजर्स को अपना वेब चेक-इन पूरा करने के लिए एक सीट के लिए भुगतान करना होगा। इंडिगो ने बताया, 'हमारी संशोधित पॉलिसी के अनुसार, वेब चेक-इन के लिए सभी सीटें चार्जेबल होंगी। विकल्प के तौर पर आप एयरपोर्ट पर फ्री चेक-इन कर सकते हैं। सीटें उपलब्धता के अनुसार दी जाएंगी।' 

एक पैसेंजर के सीट चुनने के आधार पर प्राइस 200 रुपये से 1,000 रुपये के बीच है। पहली कतार की सीटों और इमरजेंसी सीटों के साथ अधिक लेग स्पेस होने के कारण उनका चार्ज अन्य सीटों से अधिक होता है। वेब चेक-इन चार्जेबल होने का मतलब है कि अगर आप अकेले या ग्रुप में सफर कर रहे हैं तब या तो आप अलग-अलग बैठिए या फ्री मिडल रो को चुनिए। लेकिन अगर आप ने वेब चेक-इन किया तो इसके लिए आपको भुगतान करना पड़ेगा। इंडिगो में अगर आप पहली, 12वीं और 13वीं पंक्ति में किसी सीट को चुनते हैं तो आपको 600 रुपये चुकाने होंगे। दूसरी से दसवीं पंक्ति की सीट के लिए 300 रुपये और 11वीं पंक्ति या फिर 14वीं से लेकर 20वीं पंक्ति की सीट के लिए 200 रुपये चुकाने होंगे। सीट चुनने पर चार्ज लगाने की एयरलाइन की घोषणा को लेकर पैसेंजर्स ने ट्विटर पर अपनी नाराजगी जाहिर की। 

जेट एयरवेज ने कहा कि क्रूड ऑइल के दाम में तेजी रहने और रुपये में कमजोरी आने के चलते पिछले कई महीनों से एविएशन इंडस्ट्री पर दबाव बना हुआ है। इनके साथ ही मार्केट में अधिक कपैसिटी की स्थिति है। जेट एयरवेज के अनुसार, 'बहुत ही चुनौतीपूर्ण कारोबारी हालात में हमें कॉस्ट को वाजिब स्तर पर लाने के लिए कई तरह के उपाय करने पड़ रहे हैं। इसमें से एक उपाय इकॉनमी क्लास को मिल रहे मुफ्त लाउंज एक्सेस पर कुछ समय के लिए रोक लगाना है। अस्थायी उपाय के तौर पर 1 दिसंबर 2018 से मुफ्त लाउंज एक्सेस सिर्फ हमारे फर्स्ट क्लास और प्रीमियर पैसेंजर्स के लिए उपलब्ध होगा।' 

जेट एयरवेज ने कहा, 'वैल्यू कस्टमर्स को असुविधा के लिए जेट को खेद है। कंपनी मौजूदा हालात से निपटने का टिकाऊ रास्ता निकालने की कोशिश में जुटी है। इस बीच वह उनके विचार जानना चाहती है।' जेट एयरवेज इकॉनमी क्लास से भी सफर करनेवाले प्लैटिनम और गोल्ड स्टेटस वाले जेट प्रिवलेंज मेंबर्स को एयरपोर्ट्स पर अपने लाउंज की सुविधा दे रही थी। उसने अपने पैसेंजर्स को इस पॉलिसी में बदलाव की जानकारी पिछले हफ्ते दी थी। जेट एयरवेज भारी घाटे का सामना कर रही है और इससे उबरने के लिए वह कई उपायों की योजना बना रही है।