ईएमई सेंटर में भी तेदुंए की दहशत फैलने से वन विभाग अब टेंशन में

ईएमई सेंटर में भी तेदुंए की दहशत फैलने से वन विभाग अब टेंशन में

भोपाल
भौरी के बाद अब ईएमई सेंटर में भी तेदुंए की दहशत फैलने से वन विभाग अब टेंशन में आ गया है। उसके पास शहर के बाहर और भीतर घूम रहे वन्य प्राणियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी बढ़ गयी है। हैरानी की बात तो यह है कि ऊंची बाउंड्रीवॉल और तार फेंसिंग का दावा करने वाले संस्थानों में भी तेंदुए और भालू जैसे वन्यप्राणी घुस रहे हैं, जो इन संस्थाओं की सुरक्षा व्यवस्था में बड़ी लापरवाही है। इसे लिए वन विभाग ने इन संस्थानों को पत्र लिखा है कि वह अपनी सुरक्षा व्यवस्था दुरूस्त करें और उसकी नियमित रूपसे समीक्षा करें।  

अभी तक एयरपोर्ट, केंद्रीय पुलिस प्रशिक्षण अकादमी कान्हासैया, स्कूल प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर, भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान और आयसर कंपनी जैसे संस्थानों में तेंदुए और भालू के घुसने की घटना सामने आ चुकी हैं। ये घटनाएं पहली बार नहीं हो रही हैं। बीते सालों में भी ऐसा हो चुका है। बावजूद सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता नहीं हो पाई है। 

राजधानी के कान्हासैया पुलिस प्रशिक्षण अकादमी परिसर में 15 दिन पहले भालू घुसा था। यह ऐसा संस्थान है जो चारों तरफ से पत्थर की बाउंड्रीवॉल और उसके ऊपरी हिस्से में तार फेंसिंग से कवर्ड है। लेकिन यहां घुसा भालू अभी तक नहीं मिला। यहां रहने वाले अधिकारी, कर्मचारी दहशत में हैं।  इससे पहले गांधीनगर स्थित एयरपोर्ट में भौंरी की तरफ से एक तेंदुआ घुस गया था।  

जबकि एयरपोर्ट के चारों तरफ बाउंड्रीवाल है। इतना ही नहीं यही तेंदुआ स्कूल प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर और आयसर कंपनी के परिसर में भी घुस चुका है। वन विभाग के सीसीएफ डा. एसपी तिवारी का कहना है कि  सभी संस्थानों को अपनी बाउंड्री वाल को ठीक करना चाहिए और उसकी समीक्षा करनी चाहिए।