उमा भारती का बड़ा ऐलान, नहीं लड़ेंगी 2019 का लोकसभा चुनाव

उमा भारती का बड़ा ऐलान, नहीं लड़ेंगी 2019 का लोकसभा चुनाव

भोपाल
 मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री एवं केंद्रीय मंत्री उमा भारती 2019 में होने वाला लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि वे सक्रिय राजनीति से सेवानिवृत्त नहीं होंगी। भारती ने इस संबंध में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से अनुमति मांगी है।

केंद्रीय मंत्री उमा भारती मंगलवार को मीडिया कर्मियों से चर्चा कर रही थीं। उमा भारती ने अगला चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान करके सभी को चौका दिया है। उन्होने कहा कि मैं 15 जनवरी से राम और गंगा के लिए काम करूंगी।

उन्होंने कहा कि वे राम मंदिर के मुद्दे और गंगा नदी की सफाई के लिए सक्रिय रूप से काम करेंगी। भारती ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण पर एक अध्यादेश के लिए सकारात्मक वातावरण बनाने की जरूरत है।
 
मध्यप्रदेश में फिर मुख्यमंत्री बनेंगे शिवराज 
स्टार प्रचारक के तौर पर प्रचार करने वाली भारती ने कहा कि मध्यप्रदेश में भाजपा की सरकार बन रही है और शिवराज सिंह चौहान चौथी बार मुख्यमंत्री बनने वाले हैं।
 
देश में मोदी और प्रदेश में शिवराज की जरूरत

देश को मोदी और मध्यप्रदेश को शिवराज सिंह की जरूरत है। इन्हें बने रहना चाहिए। मेरी शुभकामनाएं हैं कि मध्यप्रदेश में फिर भाजपा की सरकार बन रही है। कांग्रेस के लोग मुगालते में है। कांग्रेस के कार्यकर्ता एकदम खत्म हो चुके हैं। कांग्रेस के नेता आपस में लड़ते हैं। प्रदेश में बुरी हालत हो गई है। जैसी पश्चिम बंगाल में हो गई। वे पांच साल आराम करते हैं और चुनाव के वक्त सक्रिय हो जाते हैं।

और क्या कहा उमा ने

-कांग्रेस ने पूरे देश में माहौल खराब करने की कोशिश की।
-हम चाहते हैं कि जहां राम लला है वहीं मंदिर बनें।

-राहुल गांधी ने हमारे अखाड़े में आकर हमें चुनौती दी। वे खुद हंसी का पात्र बने।

-राम मंदिर हमारी आस्था का विषय है। यह कभी हमारे लिए वोट का मुद्दा नहीं रहा।

-ईवीएम में गड़बड़ी की शंका है तो चुनाव आयोग में शिकायत करना चाहिए और आयोग का यह दायित्व है कि वो संतुष्ट करें। नहीं तो शंका बने रहने से लोकतंत्र में दिक्कतें होती हैं।

-भारती ने कहा कि हमारे से भी कई अधिक विकसित देश हैं लेकिन वो ईवीएम का इस्तेमाल नहीं करते हैं।

 सुषमा भी कर चुकी हैं हैरान
इससे पहले विदेश मंत्री एवं विदिशा से सांसद सुषमा स्वराज ने भी इंदौर दौरे पर लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने के ऐलान करके सभी को हैरान कर दिया था। हालांकि जयपुर दौरे पर गई स्वराज ने चुनाव नहीं लड़ने के ऐलान वाले सवाल पर कहा कि ऐसी बात उनकी ओर से कभी नहीं की गई है। उन्होंने अपने स्वास्थ्य के बारे में मीडिया के सामने बात रखी और कहा कि डाक्टरों की ओर से उन्हें डस्ट से बचने के लिए कहा गया है। स्वराज ने कहा कि यही कारण था कि मैंने चुनाव नहीं लड़ने की बात कही थी, लेकिन राजनीति से सन्यास लेने की बात कभी नहीं की।