एसआर मोहंती बने एमपी के नए मुख्य सचिव, बीपी सिंह राज्य निर्वाचन आयोग के आयुक्त नियुक्त
भोपाल
मध्यप्रदेश के मुख्य सचिव बसंत प्रताप सिंह के रिटायर होने के बाद एसआर मोहंती को मध्यप्रदेश का नया मुख्य सचिव निर्वाचित किया गया है। एसआर मोहंती अभी माध्यमिक शिक्षा मंडल के अध्यक्ष थे। 1982 बैच के आईएएस अधिकारी एसआर मोहंती बसंत प्रताप सिंह से सीनियर थे। वहीं, बीपी सिंह को मध्यप्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग का आयुक्त नियुक्त किया गया है। बीपी सिंह एक जनवरी से अपना कार्यकाल संभालेंगे। इसके साथ ही भारतीय प्रशासनिक सेवा के 1988 बैच के अधिकारी आईसीपी केशरी अपर मुख्य सचिव ऊर्जा विभाग तथा आवासीय आयुक्त मध्यप्रदेश भवन ,नई दिल्ली (अतिरिक्त प्रभार) बनाए गए हैं।
कौन हैं एसआर मोहंती
भाजपा सरकार में लंबे समय से प्रशासनिक वनवास झेल रहे मोहंती को कांग्रेस सरकार आने का फायदा मिला। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शुक्रवार को ही उनकी नियुक्ति की फाइल पर हस्ताक्षर कर दिए थे। भाजपा सरकार में उन्हें एक पुरानी ईओडब्ल्यू जांच के चलते नुकसान उठाना पड़ा था। हाल ही में क्लीनचिट मिलने के बाद वे वापस मुख्य सचिव पद की दौड़ में शामिल हो गए थे। उन्हें पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और मुख्यमंत्री कमलनाथ का करीबी माना जाता है। इसलिए कांग्रेस सरकार आने के बाद दोनों ने मोहंती को उनका छीना हुआ अधिकार देना तय किया।
आखिर मोहंती क्यों?
मोहंती को प्रशासनिक कामकाज के लिए बेहतर अफसर माना जाता है। उनके विजन और कार्यप्रणाली को अफसरशाही में अक्सर सराहा जाता रहा है। जिन विभागों में वे रहे, वहां बेहतर काम हुए। प्रशासनिक पकड़ के कारण उनका चयन हुआ।
ये थे अटकने के कारण
दिग्विजय सरकार में उद्योगों को कर्ज देने के आइएसडीसी घोटाला प्रकरण में उन पर ईओडब्ल्यू जांच चल रही थी। भाजपा सरकार ने उन्हें कांग्रेस का करीबी मानते हुए मुख्य सचिव पद के लिए सही नहीं माना था। तब उनकी जांच में भी तेजी आई। उनके खिलाफ चालान भी पेश किए गए। बाद में जब बीपी सिंह मुख्य सचिव बने तो उन्हें मंत्रालय से बाहर भेज दिया गया।
ऐसा रहा प्रोफाइल
तीन जिलों में कलेक्टर रहे। बालाघाट, सतना व इंदौर। जनसम्पर्क आयुक्त, एमडी मार्कफेड, महिला बाल विकास, चिकित्सा शिक्षा, वित्त निगम, स्वास्थ्य, योजना आयोग, स्कूल शिक्षा आदि विभागों में विभिन्न पदों पर रहे।