कभी मौसम तो सभी प्रशासनिक उदासीनता का दंश भोग रहे सूरजपुर के किसान

कभी मौसम तो सभी प्रशासनिक उदासीनता का दंश भोग रहे सूरजपुर के किसान

सूरजपुर 
छत्तीसगढ़ के कृषि बाहूल्य सूरजपुर जिले में किसानों की समस्या कोई नई बात नहीं है. जहां कभी मौसम की मार तो कभी प्रशासनिक उदासीनता किसानों के लिए चुनौती बनी रहती है. ऐसे में पीछले एक नवंबर से धान खरीदी शुरु हो चुका है लेकिन जिले के धान खरीदी केन्द्रों में सन्नाटा पसरा हुआ है. बता दें कि सूरजपुर जिले में 6 विकासखंडों में धान के फसल को लेकर किसान हमेशा ही परेशान रहते है. जहां अच्छी बारिश न होने के कारण किसान कभी कर्ज तले डूबा रहता है तो कभी मुआवजे के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटता रहता है. ऐसे में इस साल भी जिले के किसानों को देर से शुरु हुई बारिश के कारण धान के फसल की अब तक कटाई नहीं हो सकी है तो वहीं फसल की पैदावार में भी कमी है जिसे लेकर किसान परेशान है. किसानों की माने तो ऐसे में अब भी लगभग दस से पंद्रह दिनों तक धान खरीदी केन्द्रों में सन्नाटा ही रहेगा.

एग्रीकल्चर एसएन प्रसाद सिंह का कहना है कि जहां हर साल धान खरीदी का लक्ष्य को पुरा करने में प्रशासन पीछे ही रहता है. ऐसे में इस साल पंद्रह लाख क्विंटल धान खरीदी का लक्ष्य रखा गया है और 32 धान खरीदी केन्द्र और एक संग्रहण केन्द्र बनाए गए है. साथ ही संबंधित केन्द्र संचालकों को प्रशासन द्वारा विभिन्न दिशा निर्देश भी दे दिए गए है. तो वही इस मामले में कलेक्टर रवि सिंह का कहना है कि इस साल बारिश की कमी से किसानों को परेशानी हो सकती है.

बहरहाल कई वर्षों से मौसमी मार झेल रहे किसानों की धान खरीदी केन्द्र में धान की आवक कब से शुरु होती है और नुकसान हुए फसलों का सही बीमा राशि कब मिलता है यह तो देखने वाली बात होगी.