जिले के मातृत्व एवं शिशु अस्पताल अंतर्गत सुपोषण केंद्र में ‘‘प्ले रूम‘‘ का कलेक्टर ने किया उद्घाटन 

कोण्डागांव
यह सही है कि नन्हे बच्चों की शारीरिक विकास के लिये पौष्टिक खानपान जरूरी है पर इसके साथ-साथ उनकी बौद्धिक मानसिक क्षमता में भी बराबर बढ़ोतरी होनी चाहिए। खिलौने के बिना हर बच्चे का बचपन अधूरा है खिलौने न केवल बच्चे के मनबहलाव के साधन है बल्कि इसके साथ वे बच्चों के सोचने समझने की शक्ति में वृद्धि करते है कहने का तात्पर्य है कि हर बच्चे के सर्वांगीण स्वस्थ विकास के लिये सही पोषण, खेलकूद, मनोरंजन के साधन की अहमियत है, जिले में जिला प्रशासन की पहल पर पहले ही पुराने जिला अस्पताल को सुपोषण केंद्र का स्वरूप दिया जा चुका है जहाँ जिले भर के कुपोषित बच्चों को ला कर उनका समुचित उपचार एवं सुपोषित करने का अभियान जारी है।

इस क्रम में दिनांक 17 दिसम्बर को जिला कलेक्टर नीलकंठ टीकाम द्वारा नए जिला अस्पताल के मातृत्व एवं षिषु अस्पताल अंतर्गत सुपोषण केंद्र में बच्चों हेतु प्ले रूम का शुभारंभ किया गया। गौरतलब है कि इस प्ले रूम को बच्चों के पसंदीदा खेल खिलोने के साथ साथ ज्ञानवर्धक रंग-बिरंगे चित्र से सुसज्जित किया गया है। मौके पर जिला कलेक्टर ने कहा कि जिले में कुपोषण से लड़ने के लिये हर स्तर पर प्रयास किये जा रहे है और इसके सार्थक परिणाम भी मिले है इस प्लेरूम के बनाने के पीछे एकमात्र कारण यह है कि बच्चों को स्वस्थ खुशहाल बचपन देना हम सबकी जिम्मेदारी है। ज्ञात हो कि जिला कलेक्टर द्वारा प्रति सोमवार को जिला अस्पताल का निरीक्षण किया जाता है और साथ ही अस्पताल में मरीजो को मिली रही सुविधाओं की जानकारी ली जाती है।

इस मौके पर सीईओ जिला पंचायत नुपूर राषि पन्ना,मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एस.के. कनवर, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास जी.एस.सोरी, जिला शिक्षा अधिकारी राजेश मिश्रा, जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी वरुण नागेश. जिला खाद्य अधिकारी अनुराग सिंह भदौरिया,सिविल सर्जन डॉ एस.पी.वारे, सीईओ जनपद पंचायत डिगेश पटेल, जिला कार्यक्रम प्रबंधक सुश्री सोनल ध्रुव सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।