कमलनाथ सरकार ने 'चमगादड़ों' को बताया बिजली समस्या का कारण

भोपाल
मध्य प्रदेश सरकार काफी दिनों से खस्ताहाल बिजली व्यवस्था के लिए लोगों के गुस्से का शिकार हो रही है. अब सरकार ने इसका कारण खोज लिया है और वो है 'चमगादड़', जी हां चमगादड़. सरकार का कहना है कि बिजली आपूर्ति की उनकी सारी कोशिशों पर चमगादड़ पानी फेर रहे हैं.
दरअसल, भोपाल के कमला पार्क के पास तालाब के किनारे बहुत पेड़ हैं, जिन पर सालों से चमगादड़ों का बसेरा है. इन्हीं पेड़ों के नीच से बिजली की लाइनें निकलती हैं. अकसर चमगादड़ इन बिजली की लाइनों से टकरा जाते हैं. इसकी वजह से लाइन में खराबी आ जाती है और घंटों बिजली गुल हो जाती है.
ऊर्जा मंत्री प्रियव्रत सिंह ने मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के कार्यों और बिजली आपूर्ति की समीक्षा करते हुए कहा कि ट्रांसफार्मरों की जांच के लिए टेक्निकल टीम गठित की जाए. जनरल मैनेजर और अन्य अधिकारी क्षेत्र का लगातार दौरा करें. 1 जनवरी से अभी तक 60 हजार ट्रांसफार्मर बदले जा चुके हैं. सिंह ने कहा कि अधिकारी सभी फोन अटेंड करें. फोन पर मिलने वाली शिकायतों का तुरंत हल करें.
जूनियर इंजीनियर के स्तर पर वाट्सएप ग्रुप बनाए जाने की भी योजना है, जिसमें शटडाउन व ट्रिपिंग के बारे में जानकारी शेयर करने को कहा गया है. ग्रुप में जन-प्रतिनिधि, पत्रकार, व्यापारी और किसानों को शामिल किया जाए. जरूरी कार्यो के लिए शटडाउन सुबह 6 से 10 बजे के बीच लें.