कहीं चुनाव का बहिष्कार, तो कहीं मतदान करके दिखाई जिम्मेदारी
गरियाबंद
छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में हुए दूसरे चरण के मतदान के दौरान दो गांव चर्चा का विषय बन गए. एक परेवापाली और दूसरा अमली. परेवापाली गांव के लोगो ने अधिकारियों द्वारा मनाने के बाद भी गांव में बुनियादी सुविधाओं नही होने का हवाला देकर मतदान का बहिष्कार कर दिया. वहीं बीहड जंगल में रहने वाले अमली गांव के लोग 8 किमी. पैदल चलकर ये सोचकर वोट डालने पहुंचे कि एक ना एक दिन उनके गांव में बुनियादी सुविधाएं जरूर पहुंचेगी, दोनों ही गांव जिले की बिन्द्रानवागढ विधानसभा में शामिल हैं.
गरियाबंद जिले की बिन्द्रानवागढ विधानसभा के अमली गांव के लोग 8 किमीं का सफर तय करने के बाद मतदान करने पहुंचे.यहां के लोगों में नाराजगी है कि आजादी के 70 साल बाद भी उनके गांव में सड़क बिजली, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी बुनियादी सुविधाएं यहां नही है.फिर भी गांव के लोग इस आशा से मतदान करने पहुंचे कि आज नही तो कल सरकार उनके गांव में ये बुनियादी सुविधाएं जरूर पहुंचाएगी.वहीं दूसरी ओर परेवापाली गांव के लोगों ने सामूहिक रुप से मतदान का बहिष्कार किया. इनको मनाने के लिए एसडीएम गांव पहुंचकर घंटो तक मनाते रहे, लेकिन ये मतदान के लिए तैयार नही हुए, बल्कि मांगे पूरी नहीं होने पर इन लोगों ने आगामी लोकसभा चुनाव के बहिष्कार की भी चेतावनी जारी कर दी.
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