कॉमन कोल्ड से अलग है साइनस
सर्दी के मौसम में आपने भी गौर किया होगा कि आपके आसपास के ज्यादातर लोग आपको खांसते-छींकते नजर आ जाएंगे। किसी की नाक बह रही होती है तो किसी को गले में दर्द और चुभन महसूस हो रही होती है। ऐसे में हम सब थोड़ा आराम करके और दादी के सदियों पुराने नुस्खे इस्तेमाल करके तबीयत में सुधार कर लेते हैं। लेकिन विटमिन सी, सूप और तमाम तरह के घरेलू नुस्खे अपनाने के बाद भी अगर आपका सर्दी-जुकाम ठीक नहीं हो रहा तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं। हो सकता है आपका सर्दी-जुकाम साइनस बन गया हो....
क्या है साइनस इंफेक्शन?
साइनस काफी हद तक सर्दी-जुकाम जैसा ही होता है लिहाजा उसे डायग्नोज करना मुश्किल होता है। चेहरे के चार हिस्सों में साइनस कैविटी होती है- चीक्स में, आइब्रोज के ऊपर, आंखों के बीच में और आंखों के पीछे। जब साइनस कैविटी में वायरल या बैक्टीरियल इंफेक्शन हो जाता है और उसमें म्यूकस भर जाता है तो उसे साइनस इंफेक्शन कहते हैं। आपको कौन सा साइनस हुआ है कि यह आपके लक्षणों से पता चलता है।
क्या साइनस फैलने वाली बीमारी है?
साइनस इंफेक्शन वायरस और बैक्टीरिया दोनों से होता है। ऐसे में अगर आपको साइनस इंफेक्शन वायरस से हुआ है तो आप इसे फैला सकते हैं। लेकिन वायरस फैलाने का मतलब यह नहीं कि आप साइनस इंफेक्शन फैलाएंगे क्योंकि साइनस इंफेक्शन, सर्दी-जुकाम के बाद होने वाली खुजली और जलन से पैदा होता है। लिहाजा आप सर्दी-जुकाम फैला सकते हैं लेकिन साइनस इंफेक्शन नहीं।
साइनस के लक्षण
अगर आपका कोल्ड और फ्लू का लक्षण एक सप्ताह से ज्यादा समय तक रहे तो तुरंत डॉक्टर को दिखाकर जांच करवाएं। साइनस के कॉमन लक्षण ये हैं-
- आंखों में तेज दर्द होना
- रात में बिस्तर पर लेटते ही खांसी आना
- कई बार साइनस में दांत में भी दर्द होने लगता है
- आइब्रोज के ठीक ऊपर फोरहेड के हिस्से में तेज दर्द होना
- साइनस की वजह से नाक और गले में म्यूकस जम जाता है जिससे सांस भी बदबूदार हो जाती है
इन बातों का रखें ध्यान
आमतौर पर सर्दी-जुकाम 5 से 7 दिन में अपने आप ठीक हो जाता है लेकिन अगर आपके सर्दी के लक्षण ठीक होने का नाम नहीं ले रहे और लंबे वक्त तक बरकरार हैं तो आपको डॉक्टर के पास जाकर साइनस इंफेक्शन की जांच जरूर करवानी चाहिए। साथ ही दिनभर में 2 बार स्टीम लेने से भी साइनस की तकलीफ में आराम मिलता है।