गारमेंट और फूड प्रोसेसिंग को बढ़ावा देगी सरकार

भोपाल
शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के मंत्र को साकार करने के लिऐ आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश का रोडमैप तैयार किया जा रहा है, जिसे आगामी 15 अगस्त को प्रदेश की जनता के सामने रखा जाएगा। इसके अंतर्गत उन क्षेत्रों की पहचान की जा रही है, जिनमें मध्यप्रदेश लीडर की भांति उभर सकता है। प्रदेश के प्रत्येक जिले की एक विशिष्टता की पहचान कर उसे विकसित किया जाएगा तथा विश्व स्तर पर लाने का प्रयास किया जाएगा। स्व-सहायता समूहों एवं लघु, कुटीर उद्योगों के माध्यम से 'लोकल को वोकल' बनाया जाएगा।
कच्चे माल की उपलब्धता एवं स्थानीय संसाधन आधारित उद्यम
मुख्यमंत्री ने कहा कि आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश योजना का एक प्रमुख बिन्दु स्थानीय स्तर पर उपलब्ध कच्चे माल एवं संसाधनों के आधार पर लघु एवं कुटीर उद्योगों को बढ़ावा देना होगा। इस कार्य में स्व-सहायता समूह महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। हर जिले को अलग पहचान दिलाने में स्व- सहायता समूहों की गतिविधियों का महत्वपूर्ण योगदान होगा।
निजी भूमि पर वृक्ष लगाने के लिए प्रेरित करेंगे
योजनांतर्गत किसानों को उनकी निजी भूमि पर वृक्ष लगाने के लिए प्रेरित किया जाएगा। किसानों द्वारा उनके खेतों में लगाए गए सागौन आदि के पेड़ों को काटने के लिए सरल प्रक्रिया बनाई जाएगी। मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस ने कहा कि प्रदेश में निजी प्रयासों से वनीकरण को बढ़ावा दिया जाएगा।
गारमेंट उद्योग को बढ़ावा देंगे
मुख्यमंत्री ने कहा कि गारमेंट उद्योग में रोजगार की संभावनाएं बहुत अधिक है, इसे मध्यप्रदेश में अधिक से अधिक बढ़ावा दिया जाएगा। गारमेंट उद्योग स्थापित करने के लिए सरकार की तरफसे निवेशकों को विभिन्न सहूलियतें दी जाएंगी।
फूड प्रोसेसिंग में एग्रेसिव एप्रोच अपनाएं
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में जिन फसलों का उत्पादन अधिक है, उनकी प्रोसेसिंग, ग्रेडिंग, पैकेजिंग आदि के लिए एग्रेसिव एप्रोच अपनाई जाएगी। मध्यप्रदेश में फूड प्रोसेसिंग को अधिक से अधिक बढ़ावा दिया जाएगा।
वन नेशन-वन मार्केट
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की 'वन नेशन वन मार्केट' की अवधारणा को मध्यप्रदेश में फलीभूत करने के लिए पूरे प्रयास किए जाएंगे। इसके माध्यम से किसानों को उनकी फसल का अधिक से अधिक मूल्य मिल पाएगा।