जिला प्रशासन के निर्देश के बाद भी नहीं रुका कालाबाजारी

जिला प्रशासन के निर्देश के बाद भी नहीं रुका कालाबाजारी

रायपुर। कालाबाजारी करने वाले सब लॉकडाउन लगने का इंतजार कर रहे थे ऐसा लगा रहा है जिस प्रकार से रोजाना 10 रुपये किलो में बिकने वाला गोभी आज सुबह 50 रुपये किलो में बिका, वहीं 30 की गोभी 60, 15 की बैगन 30, 15 की लौकरी 30, 30 भिंडी 50, 20 की मूली 30 रुपये में किलो में बेचा गया। वही डूमरतराई थोक मंडी में 100 रुपये प्रति कैरेट बिकने वाला टमाटर आज 600 रुपये प्रति कैरेट की दर से बेचा गया। कलेक्टर डॉ एस भारतीदासन ने कल ही कालाबाजारी नहीं करने के निर्देश दिए थे ताकि लोगों को सही दाम में सब्जियां मिल सकें।

कलेक्टर ने अपने निर्देश में साफ तौर पर कहा था कि जरुरत की चीजों को एमआरपी से ज्यादा की कीमत पर न बेचा जाए लेकिन ठीक इसके विपरीत आज थोक सब्जी मंडी डूबरतराई में जहां 100 रुपये प्रति कैरेट मिलने वाला टमाटर अचानक ही 600 रुपये प्रति कैरेट बिकने लगा और सब्जी कारोबारी इसे बेहिचालक खरीद भी रहे थे। इसी का नतीजा था कि संतोषीनगर सब्जीबाजार व शास्त्री बाजार के साथ ही चिल्हर ठेला लाकर 10 रुपये किलो में बिकने वाला टमाटर अचानक ही 40 से 50 रुपये किलो में बिकने लगा और लोग मजबूरन महंगे कीमत पर खरीदने मजबूर भी थे। कल जहां आम लोग भिंडी को 30 रुपये में खरीदे थे उसे 50 रुपये, बैगन 15 रुपये को 30, गोभी 30 को 60, मूली 20 को 30 व लौकी 15 रुपये को 30 रुपये किलो में खरीदते नजर आए।

इस संबंध में थोक सब्जी मंडी के प्रमुख श्रीनिवास रेड्डी का कहना था कि लॉकडाउन जिला प्रशासन लगा रहा है। बाजार गुरुवार और शुक्रवार की शाम तक ही खुला रहेगा तो अत्यधिक भीड़ बाजार में आ गई है। डिमांड अधिक होने की वजह से टमाटर या अन्य सब्जियों के दाम बढ़ गए। हम लगातार व्यापारियों से अपील कर रहे हैं कि वो रियायती दरों पर ही सब्जी बेचें। लोगों को पैनिक महसूस करने की जरूरत नहीं है। सब्जी पर्याप्त स्टॉक में हैं, हम थोक में नियंत्रित दामों पर ही सब्जी बेच रहे हैं।

वहीं दूसरी ओर डूमरतराई बाजार के बाहर सब्जी बेचने वालों का कहना था कि बाजार में थोक पर ही हमें महंगी सब्जियां मिल रही हैं। वे बुधवार को भिंड़ी 15 रुपए किलो बेच रहा था आज 30 रुपए किलो बेच रहा हूं क्योंकि मुझे ही थोक बाजार से महंगी सब्जी मिल रही है। टमाटर का चिल्हर में दाम 10 रुपए था जिसे 40-50 रुपए में बेचने मजबूर हूं।