छत्तीसगढ़ चुनाव में दोबारा चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों की संपत्ति में बढ़ोतरी

छत्तीसगढ़ चुनाव में दोबारा चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों की संपत्ति में बढ़ोतरी

रायपुर 
छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर किए गए एक अध्ययन में मंगलवार को पाया गया कि जो विधायक फिर से चुनाव लड़ रहे हैं उन्होंने अपनी संपत्ति में औसत 1.37 करोड़ रुपये या गत चुनाव जीतने से लेकर अब तक पांच वर्षों में 13 फीसदी की वृद्धि दिखाई है. एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने छत्तीसगढ़ में फिर से चुनाव लड़ रहे 69 विधायकों के चुनावी हलफनामे का हवाला देते हुए कहा कि उनकी घोषित आय में 2013 की 10.92 करोड़ रुपये की तुलना में 12.29 करोड़ रू की वृद्धि हुई.

हर पार्टी का ब्यौरा देते हुए एडीआर के अध्ययन में कहा गया है कि भाजपा के फिर से चुनाव लड़ रहे 34 विधायकों की औसत संपत्ति लगभग दोगुनी होकर चार करोड़ रुपये हो गई . कांग्रेस के फिर से चुनाव लड़ रहे 30 विधायकों की औसत संपत्ति इससे कहीं ज्यादा 21 करोड़ है हालांकि इसमें साल 2013 के आंकड़े से लगभग-लगभग ज्यादा बदलाव नहीं है. अजीत जोगी की जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के मामले में तीन उम्मीदवार हैं जो 2013 में भी चुनाव जीते थे तथा उनकी औसत संपत्ति में तकरीबन 11 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.

चुनाव पर ध्यान केंद्रित करने वाले सामाजिक संगठन के अध्ययन के अनुसार, बसपा की ओर से एक ही विधायक दोबारा चुनाव लड़ रहा है और उनकी औसत संपत्ति में 94 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई जबकि इकलौते निर्दलीय विधायक की संपत्ति में 21 फीसदी की वृद्धि देखी गई. एडीआर के अध्ययन में पाया गया कि जिस संपत्ति का आकलन किया गया है उसमें उम्मीदवार और उसके पत्नी/पति के वेतन, किराये से प्राप्त हो रही आय, खेतीबाड़ी से प्राप्त आय के साथ-साथ कारोबार और निवेश से प्राप्त आय भी शामिल है.

छत्तीसगढ़ में 18 विधानसभा सीटों के लिए पहले चरण का चुनाव सोमवार को हुआ जबकि बाकी की 72 सीटों के लिए मतदान 20 नवंबर को होना है. मतदान के नतीजे 11 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे.

एक अन्य रिपोर्ट में एडीआर ने कहा कि दूसरे चरण के चुनाव में खड़े 130 उम्मीदवारों (12 प्रतिशत) पर आपराधिक मामले दर्ज है और 90 पर बेहद गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं जिनमें घूसखोरी, लापरवाही से मौत, आपराधिक धमकी, हत्या की कोशिश के मामले शामिल हैं. दूसरे चरण में 1,079 उम्मीदवारों में से 1,057 के विश्लेषण के नतीजे जारी करते हुए एडीआर ने यह भी कहा कि 239 करोड़पति उम्मीदवार (23 प्रतिशत) हैं जबकि दूसरे चरण में सभी प्रत्याशियों की औसत संपत्ति 1.73 करोड़ रुपये है.

एडीआर ने कहा कि वह 22 उम्मीदवारों के हलफनामों का विश्लेषण नहीं कर सका. एडीआर ने कहा कि मुख्य दलों में से कांग्रेस के 72 में से 18 उम्मीदवारों, भाजपा के 72 में से छह, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के 46 में से 15, आप के 66 में से 17, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के 30 में से चार और 483 निर्दलीयों में 30 ने अपने हलफनामों में खुद के खिलाफ आपराधिक मामलों की घोषणा की है.

इसमें से कांग्रेस के 11, आप के 13, जेसीसी के 14 और 24 निर्दलीय उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामलों की घोषणा की है. रिपोर्ट के अनुसार, कम से कम 69 प्रत्याशियों ने पांच करोड़ या उससे अधिक की संपत्ति घोषित की है. अंबिकापुर निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस के टी एस बाबा ने सबसे ज्यादा (500 करोड़ से अधिक) संपत्ति की घोषणा की है. साथ ही 19 उम्मीदवारों ने शून्य संपत्ति घोषित की है.

एडीआर ने कहा कि 599 (57 फीसदी) उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता पांचवीं और 12वीं के बीच बताई है जबकि 386 उम्मीदवारों ने स्नातक या उससे ज्यादा बताई है. कुल 445 उम्मीदवारों ने अपनी आयु 25 से 40 वर्ष के बीच बताई है जबकि 510 प्रत्याशियों ने 41 से 60 वर्ष की आयु के बीच बताई है. 101 उम्मीदवारों ने अपनी आयु 61 से 70 वर्ष के बीच बताई है. एक उम्मीदवार ने अपनी आयु 80 वर्ष से अधिक बताई है. एडीआर ने कहा कि इस साल छत्तीसगढ़ विधानसभा के दूसरे चरण के चुनाव में केवल 111 (11 प्रतिशत) महिला उम्मीदवार चुनाव लड़ रही हैं.