डबल मर्डर और कैश वैन लूट के बाद 'गंगा में डुबकी'

 नई दिल्ली 
नरेला इलाके में 26 अप्रैल का दिन। कैश वैन लूटी गई। वैन के सिक्यॉरिटी गार्ड समेत दो लोगों की हत्या हुई। आखिरकार इस हत्याकांड के आरोपी स्पेशल सेल के हत्थे चढ़ गए। पांच बदमाशों को गिरफ्तार किया गया है। वारदात के बाद ये लोग हरिद्वार नहाने चले गए थे। गैंग का मास्टरमाइंड एनकाउंटर के बाद गिरफ्त में आया। इसके दोनों पैरों में गोली लगी हैं। पुलिस टीम पर तीन बार फायरिंग हुई, जिसमें एक गोली सिपाही रामबीर को लग गई। बुलेटप्रूफ जैकेट पहने होने की वजह से जान बच गई।
 
डीसीपी संजीव यादव ने बताया कि गिरफ्तार किए जाने वालों में भारत भूषण उर्फ टोनी, दीपक उर्फ मंत्रा, गुरचरण, विकास और महाबीर हैं। गैंग का मास्टरमाइंड टोनी नरेला थाना इलाके का बीसी है। 8वीं कक्षा तक पढ़े टोनी ने हत्या, लूट और रंगदारी की कई वारदात की हैं। इसके पिता राजमिस्त्री थे। 2015 में रंगदारी मांगने के एक मामले में नरेला पुलिस ने गिरफ्तार भी किया था। 

टोनी को बुधवार सुबह 5 से 6 बजे के बीच शाहबाद डेयरी इलाके में खैर गांव नहर के पास एनकाउंटर के बाद पकड़ा जा सका। खबर थी कि वह ईको कार से आएगा। प्रह्लादपुर की ओर से ईको कार आती दिखाई दी। रोकने का इशारा करने पर ड्राइविंग कर रहे टोनी ने कार पुलिस टीम पर चढ़ाने की कोशिश की। पुलिस ने कार के टायर में गोली मार दी। संतुलन बिगड़ने पर कार पलट गई। आरोपी ने सरेंडर नहीं किया, बल्कि पुलिस पर गोली चला दी। पुलिस ने गोली चलाई तो दोनों पैर में गोली लगी, तब टोनी पकड़ा जा सका। उसके पास एक पिस्टल, कुछ कारतूस और तीन लाख 30 हजार रुपये मिले। जबकि इससे पहले स्पेशल सेल की टीम ने शाहबाद रोड गंदा नाला रोहिणी सेक्टर-26 के पास से मंगलवार शाम 7:30 बजे महाबीर, दीपक और गुरचरण को गिरफ्तार किया था। इसके बाद विकास और टोनी को पकड़ा गया। 

सेल ने बताया कि टोनी और उसका गैंग लूट को अंजाम देने से पहले गोली मारता था, जिससे कोई विरोध ना कर सके। 26 अप्रैल को भी इनके गैंग ने इसी तरह से ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर दो मर्डर कर कैशवैन लूट ली थी। इसमें 12 लाख रुपये थे। इनके पास से लूटी गई रकम में से आठ लाख 20 हजार रुपये, एक ईको कार और चार पिस्टल समेत अन्य असला बरामद हुआ है। 

पूछताछ में बताया कि वह बाइक से लूट करते थे। आमतौर पर टोनी वारदात वाली जगह से थोड़ी दूर पर कार लेकर खड़ा रहता था, ताकि लूट की वारदात को अंजाम देने के बाद इसके साथी बाइक छोड़कर कार से फरार हो जाएं। पुलिस बाइक ढूंढती रहे। सेल का कहना है कि इनकी गिरफ्तारी से लूट आदि के आठ मामलों का खुलासा हुआ है।