तमिलनाडु में बंधक बने MP के 3 मजदूर भाग कर आए, 3 का अब भी पता नहीं

तमिलनाडु में बंधक बने MP के 3 मजदूर भाग कर आए, 3 का अब भी पता नहीं

भोपाल
मध्यप्रदेश के सीधी (Sidhi) में मानव तस्करी(Human trafficking) का एक मामला सामने आया है, जहां एक गांव से कुछ लोगों को बहला फुसला कर अन्य राज्यों में बेंच दिया गया. मामले का खुलासा तब हुआ जब एक तीन लोग आरोपियों के चंगुल से आजाद होकर घर लौटे. आजाद हुए लोगों ने बताया कि तमिलनाडु (Tamilnadu) में दो नाबालिग सहित 3 लोग अभी भी बंधक बने हुए हैं और उनसे मजदूरी का काम कराया जा रहा है.पीड़ित परिजनों ने मामले की शिकायत पुलिस अधीक्षक से की जहां पुलिस ने तमिलनाडु से नाबालिगों को मुक्त कराने का भरोसा दिलाया गया.

सीधी में मानव तस्करी के शिकार तीन लोगों को 3 सालों से तमिलनाडु में बंधक बनाने का सनसनी खेज मामला सामने आया है, जिसकी शिकायत पीड़ित परिजनों ने पुलिस अधीक्षक से की है. पीड़ित ने बताया कि थाना चुरहट इलाके के बम्हनी और बारी गांव से जुलाई 2016 में फरीद, छोटे खां और संतोष, राजेश, राकेश, शिवदयाल केवट और 3 अन्य को भी पहले शहडोल ले जाया गया फिर ट्रेन से उन्हें तमिलनाडु ले जाकर बेंच दिया गया, लेकिन वहां से किसी तरह तीन लोग अपनी जान बचा कर भाग आए. फिलहाल पीड़ितों की शिकायत पर पुलिस (police) ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

वहीं इस पूरे मामले में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षिका अंजुलता का कहना है शिकायत मिली है एक व्यकि जो आरोपियों के चंगुल से छूट कर आया है, उसने बताया है कि 3 अन्य लोगों को तमिलनाडु में बंधक बना कर मजदूरी का काम कराया जा रहा है. पुलिस का कहना है कि मामला पुराना है इसलिए पूरे मामले की जांच की जाएगी और मौके पर टीम भेज कर लोगों को मुक्त कराकर वापस लाया जाएगा. पीड़ित परिजनों के अनुसार उन्होंने इसकी शिकायत पहले भी बम्हनी पुलिस चौकी में दर्ज कराई थी, लेकिन पुलिस ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की. नतीजन आज 3 साल से लोग तमिलनाडु में बंधक बनकर जीवन काट रहे हैं. फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है.