थाईलैंडः अब भी गुफा में फंसे हैं बच्चे, और बिगड़ सकते हैं हालात

थाईलैंड
थाईलैंड की पानी से भरे गुफा में पिछले 13 दिनों से फंसे 12 फुटबॉल खिलाड़ियों और उनके कोच को सकुशल बाहर निकालने की कोशिशें लगातार जारी है, इसके लिए कई स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं क्योंकि मौसम विभाग ने 2 दिन बाद वहां एक हफ्ते तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है.

बच्चे चिआंग राय प्रांत के थाम लुआंग गुफा में फंसे हुए हैं, वहां से निकलना बेहद मुश्किल है क्योंकि वहां चारों तरफ पानी फैला हुआ है, रास्ता बेहद संकरा है, वहां अंधेरा है और कीचड़ होने के कारण वहां से बाहर आने के लिए उन्हें बेहद मशक्कत करनी पड़ेगी. भारत ने भी राज्य सरकार को मदद करने की पेशकश की है.

भारी बारिश की चेतावनी

दूसरी ओर, मौसम विभाग ने गुरुवार को चेतावनी जारी की है कि देश के उत्तरी क्षेत्र जिसमें चिआंग राय भी शामिल है, जहां की एक गुफा में बच्चे फंसे हुए हैं, वहां 7 जुलाई से 12 जुलाई के बीच भारी बारिश हो सकती है. ऐसे में बचाव दल के पास अपने अभियान के करीब मुश्किल से 2 दिन ही बचे हैं.

फिलहाल, वहां पर बचाव कार्य जारी है. वहां पर दो ब्रिटिश पेशेवर गोताखोर (रिचर्ड स्टैनटोन और जॉन वोलाथेन) पहुंच गए हैं. थाई नेवी की ओर से जानकारी दी गई है कि गुफा में कुछ पैचेस मिले हैं लेकिन वो इतने संकरे हैं कि वहां से एक बार में सिर्फ तैराक ही निकल सकता है, जबकि वहां पर फंसे बच्चों को बाहर निकालने के दौरान हर एक बच्चे की मदद के वास्ते 2 पेशेवर तैराक की जरूरत होगी.
 
बच्चों को नहीं आता तैरना

दुखद यह है कि उनमें से ज्यादातर बच्चों को तैरना नहीं आता, ऐसे में उन्हें गोताखोरी सीखाई जाती है तो यह काफी मुश्किलों भरा होगा और काफी वक्त भी लग सकता है. इसके अलावा बचावकर्मियों के लिए यह चुनौतीभरा होगा कि वे हर बच्चे और उनके माता-पिता को गोताखोरी सीखने के लिए रजामंद कर सकें.

प्रवेश द्वार महज 4 किलोमीटर की दूरी पर है और सतह 800 मीटर गहरी है. वहां पानी भरा हुआ है, पानी के अंदर की दृश्यता शून्य है और वहां काफी चिकनाई तथा कीचड़ फैला हुआ है.

गोताखोरी भी आसान नहीं

साथ ही बचाव कार्यों के विशेषज्ञ यह सलाह भी दे रहे हैं कि पानी में मलबा और पेड़ों की ढेरों शाखाएं हो सकती हैं, जिससे बच्चों को चोट भी लग सकती हैं.

तैराकी के अलावा बच्चों तक पहुंच के लिए इस पहाड़ी क्षेत्र में खुदाई एक अन्य विकल्प हो सकता है, जो कि बेहद कठिन है क्योंकि इसके लिए भारी औजार चाहिए होंगे. साथ ही वहां पर सटीक जगह पर खुदाई करके बच्चों तक पहुंच बनाना मुश्किल है क्योंकि हो सकता है कि खुदाई करने पर जो रास्ता बने वो कहीं और भी जा सकता है.

कम नहीं हो रहा पानी

गुफा के अंदर पानी बढ़ने से रोकने के लिए प्रवेशद्वार को बंद कर दिया गया है. थाई नेवी गुफा के अंदर जमा पानी निकालने की कोशिशों में जुटी है. कल से अब तक 16 लाख गैलन पानी निकाला जा चुका है, लेकिन वहां के जलस्तर में महज 1 सेंटीमीटर की कमी हुई है. पहाड़ से रिसकर वहां पानी तुरंत भर जा रहा है.


लगाई गई टेलीफोन लाइन

थाई प्रशासन ने बच्चों को बचाने के लिए आज गुरुवार को कुछ नए प्रयास किए. प्रशासन ने गुफा के अंदर टेलीफोन लाइन की व्यवस्था कर दी है जिससे बच्चे अपने परिजनों से बात कर सकें.

विशेषज्ञ बच्चों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए रोजाना नई योजनाएं बना रहे हैं. वे बच्चों में उत्साह बनाए रखने के लिए उनके साथ गेम खेलने और ग्रुप डिसकशन के अलावा कई और प्रयास भी कर रहे हैं.

विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि थाई बचाव दल बच्चों के साथ लगातार संपर्क में रहे. दिन का वातावरण बनाने के लिए वहां पर हाई पावर की लाइट जलाई जाए, और रात में बच्चों के सोने के दौरान इसे बंद कर दिया जाए.

बच्चों में ऊर्जा बनाए रखने के लिए हाई-प्रोटीन तरल पदार्थ और एंटीबॉयोटिक्स के हैवी डोज दिए जा रहे हैं.


24 घंटे में निर्णायक फैसला

विशेषज्ञों का मानना है कि थाई नेवी और सरकार अगले 24 घंटे में बच्चों को बचाने के लिए निर्णायक योजना का ऐलान कर सकती है. पिछले 13 दिनों से गुफा में बंद बच्चों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए देशभर में प्रार्थना सभाएं आयोजित की जा रही है. भारत की ओर से भी बचाव कार्य में मदद करने का प्रस्ताव दिया गया है.

इससे पहले थाई नेवी की ओर से जारी एक वीडियो में लड़कों और उनके कोच ने कहा कि वे ठीक हैं. नेवी गुफा में फंसे युवा फुटबॉल खिलाड़ियों के वीडियो लगातार जारी कर रही है.

11 से 16 वर्ष की आयु के ये फुटबॉल खिलाड़ी और 25 वर्षीय कोच 23 जून को फुटबॉल के एक मैच के बाद उत्तरी चिआंग राय प्रांत में थाम लुआंग नांग नोन गुफा देखने निकले थे और इसके बाद वे लापता हो गए थे. भारी बारिश के कारण गुफा के जलमग्न होने से वे उसमें फंस गए थे. एक ब्रिटिश गोताखोर ने सोमवार रात को उन्हें ढूंढ निकाला था.