नक्सलियों ने बिछाई थी नई तरह की आईईडी, जवानों की मुस्तैदी से टला बड़ा हादसा

नक्सलियों ने बिछाई थी नई तरह की आईईडी, जवानों की मुस्तैदी से टला बड़ा हादसा

रायपुर 
छत्तीसगढ़ में चुनाव के दौरान लगातार नक्सलियों द्वारा बिछाए गए विस्फोटक यानी आईईडी के मिलने का सिलसिला जारी है. पिछले 3 दिनों में 8 जगहों पर आईडी बरामद की जा चुकी है. ताजा मामला राजनंदगांव जिले का है.

यहां पर सुरक्षाबलों के लौटने के रास्ते पर आईईडी बिछाया गया था .पहली बार छत्तीसगढ़ में सुरक्षाबलों ने खास तरीके की सीमेंट से बनी आईईडी बरामद की है जिसे कैनन चार्ज आईईडी भी कहते हैं. इसका आकार तोप की तरह होता है. इसमें सिर्फ एक की छेद होता है और इस आईईडी स्ट्रक्चर से खास टार्गेट को निशाना बनाया जा सकता है. इससे पहले जो आईडी सुरक्षाबलों ने बरामद की थी वह या तो किसी कैन या फिर डिब्बे में प्लांट की जाती थी. सीमेंट में पक्के तौर पर आईईडी को प्लांट करने का यह पहला मामला है.

नक्सलियों का मकसद था जैसे ही आईटीबीपी के जवान अपनी पोलिंग ड्यूटी से लौट रहे हों तो उन्हे निशाना बनाया जाए. बीस-बीस किलो की तीन आईईडी बरामद की गई. इससे साफ तौर पर अंदाजा लगाया जा सकता है नक्सलियों के मंसूबे कितने खतरनाक थे और उनकी तैयारी कितनी पुख्ता थी.

सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक इन आईईडी को सुरक्षा बलों के छोटे, माध्यम और भारी वाहनों को लक्ष्य करके बनाया गया था. इस आईईडी की बॉडी सिर्फ एक तरफ से खुली है जिससे साफ़ है कि इसे बनाने का मकसद ब्लास्ट का प्रभाव किसी एक निश्चित निशाने की तरफ जाए और उसका ज्यादा से ज्यादा नुकसान करे.

इसमें विस्फोटक और स्प्लिन्टर पहले से भर दिए गए ताकि जब भी कोई परिस्थिति हो तो कम समय में ही सिर्फ डेटोनेशन जोड़कर किसी सड़क आदि पर लगा दिया जा सके. खास बात ये है कि पोलिंग से पहले इनका इस्तेमाल नहीं किया गया था.

महज कुछ ही घंटों में जैसे ही मतदान खत्म हुआ इन्हें सकरे रास्तों में प्लांट कर दिया लेकिन आईटीबीपी के जवानों की मुस्तैदी से पहली बार अमल में लाई गई नक्सलियों की इस खौफनाक साजिश को नाकाम कर दिया गया.