नान घोटाले पर बोले भूपेश, कांग्रेस की सरकार बनते ही में 7 दिन में गठित होगी SIT
रायपुर
36,000 करोड़ के नान घोटाले में एसीबी के अधिकारियों द्वारा दो आईएएस अधिकारियों के खिलाफ चालान कोर्ट में पेश करने पर कांग्रेस ने मुख्यमंत्री रमन सिंह पर निशाना साधा। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने कहा कि उम्मीद थी कि एसीबी द्वारा इतनी लंबी की गई कथित जांच में डॉक्टर साहब और सीएम मैडम के विरुद्ध भी चालान पेश किया जाएगा। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। मामले में लीपापोती कर डॉक्टर साहब, सीएम मैडम और कुछ अन्य मंत्रियों को एसीबी ने क्लीनचिट दे दी गई है।
बघेल ने कहा कि 2015 नान में छापेमारी के बाद मीडिया में खुद एसीबी के अधिकारियों द्वारा यह जानकारी दी गई थी कि उन्होंने अनेक डायरियां जब्त की हैं, जिनसे पता लगता है कि नान में हजारों करोड़ का घोटाला हुआ है, जो 10 वर्षों से भी अधिक अवधि से जारी था, तथा इस घोटाले में राज्य के अनेक प्रमुख राजनेता शामिल थे। मुख्यमंत्री के इस घोटाले में लाभान्वित होने से सम्बंधित कुछ दस्तावेज तो एसीबी के अधिकारियों द्वारा ख़ुद ही मीडिया में लीक किए गए।
बघेल ने कहा कि विधानसभा चुनावों की पोलिंग के बाद तथा मतगणना के ठीक पहले राज्य के मुख्यमंत्री एवं अन्य मंत्री गणों को क्लीनचिट देने की कार्यवाही यह दर्शाती है कि डॉक्टर रमन सिंह को यह जानकारी प्राप्त हो चुकी है कि चुनाव में उनकी हार सुनिश्चित है। इसीलिए उन्होंने एसीबी के अधिकारियों पर दबाव डालकर षडयंत्रपूर्वक प्रकरण में ख़ुद को पाक साफ दिखाने की यह साजिश की है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बघेल ने कहा, 11 दिसंबर को मतगणना के बाद राज्य में कांग्रेस की सरकार बनना निश्चित है। कांग्रेस की सरकार बनते ही डॉक्टर रमन सिंह के 15 वर्षों के कार्यकाल में नान में हुए घोटाले की नए सिरे से विस्तृत एवं निष्पक्ष जाँच के लिए एक सप्ताह के भीतर ही एसआईटी का गठन किया जाएगा तथा समय सीमा निर्धारित कर जांच की कार्यवाही पूर्ण की जाएगी।
इस जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा उन्हें अवश्य ही दंडित किया जाएगा चाहे वे कितने ही शक्तिशाली व्यक्ति क्यों न हों। इसके साथ ही इतनी लंबी जांच के नाम पर प्रकरण में लीपापोती करने वाले तथा उच्च पदस्थ लोगों को क्लीनचिट देने के षड्यंत्र में शामिल एसीबी के अधिकारियों को भी दंडित किया जाएगा।