निर्दलीय विधायक भी कांग्रेस से नाराज, बैठक में जाने से किया इनकार!
भोपाल
मध्य प्रदेश में बसपा-सपा और निर्दलीय विधायकों के समर्थन के सहारे पंद्रह साल बाद सत्ता में लौटी कांग्रेस से फिलहाल निर्दलीय विधायक राणा विक्रम सिंह भी नाराज चल रहे हैं. उन्होंने कांग्रेस पार्टी की बैठक में जाने से इनकार कर दिया. हालांकि राणा विक्रम सिंह ने कहा है कि उनका सर्मथन कांग्रेस को हमेशा रहेगा और सीएम कमलनाथ का छिंदवाडा मॉडल पूरे प्रदेश में लागू किया जाना चाहिए. भाजपा नेताओं से सम्पंर्क होने से भी उन्होंने साफ इनकार किया है.
दरअसल, इससे पहले बसपा विधायक रमाबाई ने भी कांग्रेस से नाराजगी जताई है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस में तवज्जो नहीं मिल रही है, कांग्रेस पार्टी के भाव बढ़ गए हैं. साथ ही सपा नेता को भी पार्टी ने दरकिनार कर दिया है, इसका खमियाजा कांग्रेस पार्टी को भुगतना पड़ेगा. हालांकि उन्होंने यह कहा है कि वो बसपा सुप्रीमों के आदेश के बाद ही कुछ निर्णय लेंगी.
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में विधानसभा सत्र सात जनवरी से शुरू होगा. इसी बीच बीजेपी ने संकेत दिए हैं कि विधानसभा में बीजेपी स्पीकर पद के लिए अपना प्रत्याशी उतारेगी. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि पार्टी ऐसा विचार कर रही है. वहीं बीजेपी के विधान सभा स्पीकर पद के लिए प्रत्याशी उतारने के संकेत पर कांग्रेस ने पलटवार किया है. कांग्रेस प्रवक्ता अभय दुबे ने कहा कि विधानसभा चुनाव में बीजेपी को हार मिली है. सदन में भी हार झेलना पड़ेगा.
दूसरी ओर कांग्रेस की नई सरकार विधानसभा सत्र के लिए जोरदार तैयारी से उतरेगी. वहीं जानकारी के अनुसार इस बार विधानसभा सत्र के हंगामा खड़ा करना सदस्यों पर भारी पड़ सकता है. उनके खिलाफ सरकार एक्शन के मूड में है. बीजेपी अभी तक नेता प्रतिपक्ष का चुनाव नहीं कर पाई है.