पति-पत्नी के बीच तनाव को कम करते हैं ये वास्तु टिप्स
आज के समय में वास्तु शास्त्र लोगों के बीच काफी लोकप्रिय हो चुका है। हर कोई अपना घर बनवाते समय वास्तु के नियमों का ख्याल अवश्य रखता है। ऐसे ही घर का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होता है घर का शयन कक्ष यानि बेडरूम। हम सबसे ज्यादा समय बेडरूम में बिताते हैं, क्योंकि यहीं हम सोते और आराम करते हैं। तो अगर वो ही वास्तु के हिसाब से सही न बना हो तो पति-पत्नि के बीच तनाव वाला माहौल बना रहता है। कहते हैं कि वास्तु में न सिर्फ सुख-समृद्धि के बल्कि सुखी वैवाहिक जीवन के भी सूत्र छिपे हैं। वैवाहिक जीवन में खुशियां बनी रहे, इसके लिए भी बेडरूम काफी खास होता है। तो अगर आप भी सुखी वैवाहिक जीवन बिताना चाहते हैं तो वास्तु में बताए गए इन नियमों का पालन जरूर करें।
ड्रेसिंग टेबल कभी भी खिड़की के सामने न रखें, क्योंकि खिड़की से आने वाली लाइट परावर्तित होने से आपको परेशानी होगी।
रूम में पलंग के सामने आईना नहीं होना चाहिए। कहते हैं अगर पलंग के सामने आईना होगा तो आप हमेशा व्याकुल व परेशान रहेंगे।
वास्तु के अनुसार बेडरूम में फर्नीचर धनुषाकार, अर्धचंद्राकार या वृत्ताकार नहीं होना चाहिए। इससे घर के सदस्यों का स्वास्थ्य खराब रहता है।
बेडरूम की लाईट ऐसी हो कि पलंग पर सीधे न पड़े। लाइट हमेशा पीछे या बाईं ओर से आनी चाहिए।
बेडरूम में कम से कम एक खिड़की जरूर होनी चाहिए। सुबह की किरणें बेडरूम में आने से हेल्थ अच्छी रहती है।
बेडरूम में पैर दरवाजे की ओर करके न सोएं। यदि ऐसा होगा तो मन में अशांति व व्याकुलता बनी रहेगी।
वास्तु के मुताबिक आपके बेड का सिरहाना पूर्व या दक्षिण की ओर होना चाहिए। जबकि गेस्ट रूम में बेड का सिरहाना पश्चिम की ओर हो सकता है। अगर बेड लकड़ी का है तो और भी अच्छा है।