प्रशिक्षण कार्यक्रम : प्रेक्षकों और कलेक्टर ने माईक्रो आब्जर्वरों को दी महत्वपूर्ण जानकारी

गरियाबंद
बिन्द्रानवागढ़ एवं राजिम विधानसभा के कुल 134 मतदान केन्द्रों के लिए नियुक्त माईक्रो आब्जर्वरों के लिए आज जिला पंचायत सभाकक्ष में प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। प्रशिक्षण में बिन्द्रानवागढ़ के सामान्य प्रेक्षक श्री एम. जॉय सिंह, राजिम के सामान्य प्रेक्षक श्री अखण्ड प्रताप सिंह, कलेक्टर श्री श्याम धावड़े और जिला पंचायत सीईओ श्री आर.के. खुटे मौजूद थे। प्रेक्षक श्री एम.जॉय सिंह ने कहा कि मतदान की सम्पूर्ण प्रक्रिया को आब्जर्व करने के बाद माईक्रो आब्जर्वर (माईक्रो प्रेक्षक) को 39 बिन्दुओं में निर्धारित प्रारूप में फीडबैक प्रस्तुत करना होगा। 

आज के प्रशिक्षण में सभी माईक्रो आब्जर्वर इन बिन्दुओं को अच्छी तरह से समझ लें, इससे फीडबैक रिपोर्ट बनाने में सुविधा होगी। मतदाताओं की कुल संख्या, मॉकपोल का समय, मॉकपोल का परिणाम क्लियर किया गया अथवा नहीं, मतदान केन्द्र में कितने पोलिंग एजेंट उपस्थित हैं, सेक्टर ऑफिसर के विजिट के समय सहित निर्धारित प्रत्येक बिन्दुओं को अच्छी तरह आब्जर्व करना होगा। यह भी देखें कि मतदान की अनुमति के पूर्व शिष्टतापूर्वक मतदाताओं का ईपिक कार्ड या अन्य वैलिड डॉक्यूमेंट देखा जा रहा है अथवा नहीं। माईक्रो आब्जर्वर यह अवश्य देखें कि मतदान कर्मियों द्वारा 17 ए रजिस्टर को पूर्ण भर लिया गया है।

राजिम प्रेक्षक श्री अखण्ड प्रताप सिंह ने कहा कि मतदान दिवस पर निष्पक्ष और भय रहित मतदान होना चाहिए। मॉकपोल के बाद मशीन का सीआरसी करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि माईक्रो आब्जर्वर मतदान की सभी प्रक्रियाओं तथा मतदान कार्य में लगे लोगों के व्यवहार पर ध्यान रखें। मतदान के लिए मतदाताओं के पास वैध पहचान पत्र होना जरूरी है। वोट डालकर निकलने वाले मतदाताओं की उंगलियों को भी देखें कि उनमें अमिट स्याही लगा है अथवा नहीं। यदि मतदान के दौरान स्वतंत्र, निष्पक्ष मतदान को प्रभावित करने वाली गतिविधि संज्ञान में आए, तो सबसे पहले इसकी सूचना तत्काल अपने सामान्य प्रेक्षक को दें। मतदान के पश्चात माईक्रो आब्जर्वर अपने अधिकार क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सभी पोंलिग बूथों के मतदान वाले दिन की सम्पूर्ण गतिविधियों की स्पष्ट जानकारी प्रारूप में दर्ज कर सामान्य प्रेक्षक को दर्ज करेंगे। 

कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने कहा कि निर्विघ्न-निष्पक्ष मतदान सम्पन्न हो, इसके लिए माईक्रो आब्जर्वर मतदान कर्मियों के साथ समन्वय बनाकर कार्य करेंगे। अपने-अपने प्रभार के मतदान केन्द्रों में समय पर पहुंचना सुनिश्चित करें। माईक्रो आब्जर्वर को मॉकपोल के समय भी उपस्थित रहना होगा। यह ध्यान रखें कि सबसे बुजुर्ग, दिव्यांग एवं छोटे बच्चों वाली महिलाओं को पहले मतदान का अवसर दिया जाना चाहिए। प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर श्री मिश्रा द्वारा माईक्रो आब्जर्वर को उनके सभी दायित्वों की जानकारी दी गई।