प्लास्टिक बैन पर गंभीर योगी, बैठक में बोतल की जगह दिखा स्टील का फ्लास्क

लखनऊ

उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने प्रदूषण को ध्यान में रखते हुए पॉलीथीन पर बैन लगा दिया है. प्लास्टिक बैन के इस अभियान का खुद योगी आदित्यनाथ भी पूरी तरह से पालन कर रहे हैं. यूं तो 15 जुलाई से पॉलीथीन बैन हो चुका है और चरणबद्ध तरीके से अक्टूबर तक सभी तरह के पॉलीथीन और ज्यादातर प्लास्टिक बैन हो जाएंगे लेकिन प्लास्टिक बैन करने की एक कड़ी शुरुआत योगी आदित्यनाथ ने खुद से की है. अब योगी आदित्यनाथ की सरकारी बैठकों में बोतल बंद मिनरल वॉटर की जगह स्टील के फ़्लास्क दिखाई दे रहे हैं.

प्लास्टिक के बोतलों में बंद पानी की जगह अब योगी आदित्यनाथ की सरकारी मीटिंग में स्टील के फ़्लास्क रखे जा रहे हैं ताकि सरकारी स्तर पर संदेश साफ-साफ दिया जा सके कि पॉलीथीन और प्लास्टिक अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

सरकारी अधिकारियों के साथ मीटिंग में स्टील के फ्लास्क का इस्तेमाल मुख्यमंत्री ने मंगलवार से शुरू किया है और तस्वीरें दिखाती हैं कि अब योगी आदित्यनाथ का इशारा साफ है.

योगी आदित्यनाथ के साथ एक और चीज जुड़ती है कि उनकी पसंद और नापसंद दोनों ट्रेंड बन जाते हैं, मसलन भगवा के प्रति उनके प्यार ने पूरे प्रदेश में भगवाकरण की एक मुहिम पैदा कर दी थी और अधिकारी से लेकर जनप्रतिनिधि तक, सबने सबकुछ भगवा रंगना शुरू कर दिया था, प्लास्टिक को लेकर अगर ऐसा ही ट्रेंड चला तो योगी आदित्यनाथ को चाबुक चलाने की जरूरत नहीं होगी.

हालांकि प्लास्टिक में बंद मिनरल वाटर को लेकर सरकार ने कोई फैसला नहीं किया है लेकिन सरकारी मीटिंग में प्लास्टिक के बोतलों की जगह स्टील के फ्लास्क का इस्तेमाल संदेश देने के लिए काफी है.

वैसे भी बता दें योगी आदित्यनाथ के घर में होने वाली ज्यादातर पार्टियों में पॉलीथीन, प्लास्टिक का इस्तेमाल नहीं के बराबर होता है और योगी ख़ुद के लिए स्टील के बर्तनों का इस्तेमाल ही करते रहे हैं.

यूं तो हाईकोर्ट पहले ही पॉलीथीन बैन का आदेश दे चुका है लेकिन इसे कड़ाई से कभी लागू नहीं किया गया. योगी आदित्यनाथ ने इसे गंभीरता से लिया है और वो पॉलीथीन बैन को कड़ाई से लागू करने के मूड में हैं अब देखना है योगी की संदेश देने की कोशिश प्लास्टिक बैन पर कितना असर दिखाता है.