प्‍यूबिक हेयर की ग्रूमिंग से भी हो सकता है STDs, इन सूरतों पर नहीं कराएं बिकिनी वैक्‍स


आप अपने प्राइवेट पार्ट की ग्रूमिंग के ल‍िए चाहे कोई सा भी तरीका (ब्राजील‍ियन वैक्‍स, हेयर रिमूवल क्रीम, लेजर, ट्रीम और बिकिनी वैक्‍स) चुनती हो। चाहे आप हफ्ते में एक बार ये वैक्‍स करें या महीनें में लेकिन प्राइवेट पार्ट की ग्रूमिंग करने से आप सेक्सुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्शन्स की चपेट में आ सकती है।

जी हां, एक शोध में ये बात सामने आई है कि लगातार और असुक्षित तरीके से वैक्‍स करने से प्राइवेट पार्ट पर चोट पहुंच सकती है और ये एरिया सेंसेटिव होने के कारण यहां की त्‍वचा बैक्‍टीरिया और वायरस के सम्‍पर्क में आने से STDs यानी सेक्‍सुअली ट्रांसमिटेड डिसीज होने की सम्‍भावना बढ़ जाती है।

बिकनी वैक्‍स के दौरान कभी कभी वैक्सिंग के दौरान त्‍वचा का लाल हो जाना, त्वचा छिलने, सूजन और यहां तक कि कभी-कभी रक्तस्राव भी हो सकता है।


शोध के अनुसार वैक्सिंग तभी तक एक सुरक्षित तरीका है, जब तक कि यह किसी भी छोटी-मोटी चोट का कारण न बने। क्योंकि त्वचा कटने-फटने से संभावित रूप से संक्रमण हो सकता है। एचपीवी और दाद सिंप्लेक्स वायरस जैसे एसटीआई वैक्सिंग की वजह से ज्‍यादा संचारित होते है।

क्या आपको वैक्सिंग नहीं करानी चाहिए?

प्राइवेट पार्ट की ग्रूमिंग या यहां की सफाई करना भी पर्सनल हाईजीन का ए‍क हिस्‍सा है। त्वचा पर वैक्सिंग, शेविंग या सेक्स की वजह से होने वाली छोटी-मोटी खरोंचों के कारण वायरस का संचार आसानी से हो सकता है। इसीलिए अगर आपको बार-बार संक्रमण होता है तो उससे सबसे अच्छा तरीका यही है कि आप त्वचा पर वैक्सिंग कराने के बाद सेक्स न करें। वैक्सिंग के बाद कम से कम 2 दिनों तक प्रतीक्षा करें और उसके बाद अपने साथी के साथ इंटीमेट हों। लेकिन आपको उसके बाद भी रक्तस्राव या लालिमा दिखाई देता है या त्वचा के उस हिस्से को राहत मिलने तक प्रतीक्षा करें।

एसटीआई होने पर वैक्‍स कराना सुरक्षित है?

यदि आप पहले से एसटीआई से पीड़ित हैं, तो आपको वैक्सिंग करने का रिस्‍क नहीं उठाना चाहिए। अगर आपको अपनी त्वचा पर दाद के घाव दिखाई देने लगे हैं, तो बालों को हटाने से वहां और परेशानी हो सकती है और यह आपकी त्वचा के बाकी हिस्सों में भी फैल सकता है।

बैक्‍टीरिया पैदा होने का खतरा रहेगा ज्‍यादा

महिलाओं को नहीं पता लेकिन प्‍यूबिक हेयर पर वैक्‍सिंग करवाना काफी घातक हो सकता है। इससे वह जगह लाल हो कर जल सकती है। और अगर इस जगह पर नमी पैदा होने लगे तो बैक्‍टीरिया पैदा होने का ज्‍यादा खतरा हो सकता है। इसलिये अगर वजाइना पर बाल ही नहीं होंगे तो बक्‍टीरिया से कैसे सुरक्षा होगी।

हर्पीस  होने पर

कई अध्‍ययनों से पता चला है कि प्‍यूबिक हेयर आपकी कई यौन रोगों से सुरक्षा करते हैं जैसे, हर्पीस या वार्ट्स आदि से। जब यहां के बाल शेव हो जाते हैं तो उस जगह पर घाव हो जाता है जिससे वायरस आराम से योनि के माध्‍यम से शरीर में प्रवेश कर लेते हैं।

ये स्किन डिसीज होने पर

अगर आपको पहले से ही सोरायसिस या एक्जिमा जैसी स्‍किन की बीमारी है तो प्‍यूबिक एरिया पर शेविंग करने से बचना चाहिए।

ब्‍लेड का इस्‍तेमाल करने से

कुछ महिलाएं प्‍यूबिक हेयर हटाने के ल‍िए ब्लेड का इस्तेमाल करती है। शेविंग ब्लेड के साथ बाल हटाने का एक और जोखिम ये है कि इससे त्वचा पर कट्स आ जाते है। और ये संभोग के दौरान संक्रमित रोगों जैसे दाद या दूसरे STDs को बढ़ा सकते है।