फल मार्केट के सदस्यों ने किया लॉकडाउन का उल्लंघन, उमड़ी भीड़, प्रशासन ने किया सील

फल मार्केट के सदस्यों ने किया लॉकडाउन का उल्लंघन, उमड़ी भीड़, प्रशासन ने किया सील

रायपुर
लॉक डाउन की मियाद बढ?े और कुछ आवश्यक वस्तुओं को जिला प्रशासन द्वारा अनुमति दिए जाने का नतीजा ये रहा है कि लालपुर फल मंडी में ठेलों पर फल बेचने वाले और आम नागरिकों का सैलाब उतर आया। इसकी जानकारी प्रशासन को मिलते ही तत्काल मंडी को आगामी आदेश तक के लिये सील कर दिया गया है।

उल्लेखनीय है कि जिला प्रशासन ने कुछ शर्तों के साथ आवश्यक वस्तुओं को बेचे जाने की अनुमति प्रदान की थी। उसका नतीजा यह रहा कि लालपुर स्थित फल मंडी में ठेलों पर फल बेचने का व्यवसाय करने वाले वाले तो वहां अल सुबह से ही जमा होने शुरूर हो गये और भोर होते आम नागरिक भी फल खरीदने सीधे मंडी पहुंच गया। उस समय वहां का आलम ऐसा हो गया मानों पूरा मेला लग गया हो। बताया जाता है कि उस समय लगभग 700 से 800 आदमी मंडी में जमा हो चुके थे। इस बात की जानकारी जिला प्रशासन और नगर निगम के अधिकारियों को पता चली तो वे तत्काल लालपुर मंडी पहुंचे। जिला प्रशासन नगर निगम और पुलिस बल की उपस्थिति में लालपुर फल मंडी की पूरी दुकानों को सील कर दिया गया है। वहां फलों का व्यवसाय करने वाले व्यापारियों के द्वारा मिन्नते किये जाने के बावजूद अफसरों ने दो टुक शब्दों में जवाब दे दिया कि वे जाये और कलेक्टर से बात कर लें। उन्होंने व्यापारियों को सपाअ शब्दों में कहा कि अब दुकानों 26 अप्रैल तक बंद रहेंगी।

लालपुर फल मंडी में लगभग 50 से अधिक दुकानें हैं और प्रत्येक दुकानों में औसतन 8-10 लोग काम करते हैं। मंडी के भी कुछ लोग कोरोना संक्रमित है। फल मंडी में जो भीड़ उमड़ी वह एक बार फिर से अनहोनी का संकेत दे गई है। क्योंकि इस भीड़ में कौन और कितनी संख्या में संक्रमित आये होगें कहा नहीं जा सकता। अलबत्ता जिला प्रशासन ने इसे काफी गंभीरता से लिया है।

यहां पर यह बताना भी लाजिमी है कि लालपुर फल मंडी में व्यवसया करने वाले व्यापरियों ने जिला प्रशासन के द्वारा लॉकडान की घोषणा किए जाने के बावजूद भी नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए फलों का व्यवसाय किया था जिस पर प्रशासन ने उस समय भी उन दस हजार रुपए का जुमार्ना लगाया था और चेतावनी भी दी थी कि वे दुबारा ऐसी गलती ना करें। सबसे अहम बात यह है कि क्या जिला प्रशासन ने फल मंडी,सब्जी मंडी और अनाज मंडी को खोले जाने की अनुमति प्रदान की या नही? जबकि फल व्यापारी बार-बार प्रशासनिक अधिकारियों के सामने अनुमति दिए जाने की दुहाई दे रहे थे।