फायदे जान लेने के बाद आप भी नहीं फेंकेगे मक्के के रेशे
हम में से ज़्यादातर लोग जब मक्का खरीदते हैं तब उसके मुलायम रेशों को अनदेखा कर देते हैं और उसे फेंक देते हैं। इन मुलायम रेशों को कॉर्न सिल्क कहा जाता है और इसके अंदर ही भुट्टे के दाने रहते हैं। कॉर्न सिल्क में स्टग्मास्टरोल और सिटेस्टेरोल मौजूद होता है। ये दिल की बीमारी और हाई कोलेस्ट्रॉल से बचाव करने में काफी असरदार तरीके से काम करता है। इसके साथ ही ये बॉडी में ग्लूकोज के स्तर को भी बनाए रखता है।
ताज़ा या फिर सूखा कर, दोनों रूपों में कॉर्न सिल्क का इस्तेमाल किया जा सकता है। कई बिमारियों के दवा के लिए भी इसे प्रयोग में लाया जाता है। ब्लेडर में इन्फेक्शन, यूरिनरी सिस्टम में सूजन, पथरी की समस्या, डायबिटीज़, जन्म से दिल की समस्या, हाई ब्लड प्रेशर और चक्कर आने जैसी कई परेशानियों से बचने के लिए इसका प्रयोग किया जाता है। इस लेख ज़रिये जानते हैं कॉर्न सिल्क से सेहत को होने वाले फायदों के बारे में।
हाई ब्लड शुगर को करे कम
हाई ब्लड से परेशान लोगों के लिए भुट्टे के रेशे बहुत फायदेमंद है। ये बॉडी में इन्सुलिन की मात्रा को बढ़ाकर शुगर लेवल को कम करता है।
विटामिन सी का है स्रोत
मक्के के रेशे, जिनका इस्तेमाल आप कभी नहीं कर पाए, उसमें विटामिन सी की मात्रा बहुत होती है। ये एक अच्छा एंटीऑक्सीडेंट है और कार्डियोवस्कुलर रोग से बचाने में सहायता करता है। ये ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर करता है।
गठिया के मरीज़ों के लिए है लाभदायक
गठिया की समस्या होने पर जोड़ों में तेज़ दर्द होता है और ऐसा खून में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ जाने की वजह से होता है। कॉर्न सिल्क गठिया की समस्या में भी राहत पहुंचाता है। इसके दर्द से निजात पाने के लिए दिन में दो बार मक्के के रेशों से तैयार की हुई चाय पिएं।
किडनी की परेशानी में दे राहत
किडनी की समस्या के लिए घरेलू इलाज अपनाना चाहते हैं तो कॉर्न सिल्क का इस्तेमाल करें। ये यूटीआई, ब्लेडर इन्फेक्शन, पथरी, यूरिनरी सिस्टम में सूजन जैसी परेशानी में असरदार तरीके से काम करता है।
सर दर्द में दे आराम
लंबे समय से सर दर्द की परेशानी से जूझ रहे हैं तो कॉर्न सिल्क टी का सेवन करें क्योंकि इसमें एंटी इंफ्लेमेटरी और ऐनलगेसिक गुण पाए जाते हैं। ये आपको स्ट्रेस और टेंशन में राहत देगा। इतना ही नहीं कंधे, गर्दन, जबड़े की अकड़न को दूर करने में भी ये मदद करता है।
पाचनतंत्र को रखे स्वस्थ
ये व्यक्ति के डाइजेस्टिव सिस्टम को बेहतर बनाने के लिए काम करता है। रिसर्च में पाया गया है कि मक्के के रेशे लिवर द्वारा बाइल सेक्रेशन को बढ़ाते हैं। बाइल गालब्लैडर में एकत्र होता है, जो भोजन को सही से पचाने में मदद करता है।
देता है पोषण
मक्के के रेशों में बिटा-कैरोटिना, रिबोफ्लेविन, मेंथोल, सेलेनियम, नियासिन और भी कई दूसरे ज़रूरी पोषक तत्व पाए जाते हैं जो दूसरे पौधों में आसानी से नहीं मिलते हैं।
वेटलॉस में करे मदद
कॉर्न सिल्क में कम कैलोरी होती है, जिससे वज़न कम करना आसान हो जाता है। इससे बनी चाय पीने से पेट भरे रहने का एहसास होता है और ये शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करता है।
स्किन से जुड़ी परेशानी में दे राहत
त्वचा से संबंधित समस्या जैसे रैशेस और मुहांसे, खुजली, कीड़े का काटना, ख़रोंच आदि से भी ये राहत दिलाता है। इसमें मौजूद एंटीबैक्टीरियल और एंटीसेप्टिक गुण संक्रमण से रक्षा करते हैं।
ऐसे तैयार करें कॉर्न सिल्क टी
मक्के के रेशों को सीधे खाने का कोई तरीका नहीं है। आप इसका सेवन चाय के तौर पर कर सकते हैं।
एक बर्तन में पानी उबालें और उसमें ताज़ा कॉर्न सिल्क डाल दें।
इसे कुछ मिनट तक उबालें और बर्तन में ही इसे छोड़ दें।
कुछ समय में यह भूरे रंग का हो जाएगा और इसके बाद आप इसे छान लें।
इसके स्वाद को बेहतर बनाने के लिए आप इसमें नींबू का रस निचोड़े।