फोटो स्टेट करके बनाते थे नकली नोट, धरे गए

गाजियाबाद
कविनगर पुलिस ने सौ-सौ रुपये के नकली नोट बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए गिरोह के सरगना समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरोह का एक सदस्य नकली नोटों के साथ पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। पुलिस ने आरोपितों के पास से 20 हजार रुपये की नकली करेंसी, नकली नोट बनाने के उपकरण और चोरी की एक बाइक बरामद की है। पुलिस की सूचना पर लोकल इंटेलीजेंस की टीम ने भी कविनगर थाने पहुंचकर आरोपितों से पूछताछ की।
एसपी सिटी श्लोक कुमार ने बताया कि पुलिस ने मुखबिर की सूचना के आधार पर करनाल निवासी प्रशांत कुमार और बुलंदशहर निवासी सुनील उर्फ लेफ्टी को गिरफ्तार किया है। जबकि उनका तीसरा साथी अमर अभी फरार है। उसकी भी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। एसपी सिटी ने बताया कि प्रशांत गैंग का सरगना है। आरोपितों ने करीब तीन माह पूर्व मधुबन बापूधाम में एक फ्लैट किराए पर लिया था। जहां वे नकली नोट बनाने का धंधा कर रहे थे। मौके से नकली नोट बनाने वाले उपकरण टेप, स्केल, कैंची, थिनर, कागज, तख्ती, सर्जिकल ब्लेड आदि बरामद किए गए हैं।
उन्होंने बताया कि आरोपी प्रशांत नकली नोट बनाने का मास्टरमाइंड है। जबकि उसके अन्य साथी नकली नोटों को मार्केट में चलाने में सहयोग करते हैं। प्रशांत पूर्व में राकेश मार्ग पर अत्याधुनिक मशीन से फोटोकॉपी करने का काम करता था। वहीं से उसे असली नोटों की स्कैनिंग कर नकली नोट बनाने का आइडिया आया और उसने पहले खुद दो-चार बार नकली नोट बना कर देखे।
कामयाबी मिलने पर उसने ये धंधा शुरू कर दिया। आरोपी ने बताया कि वह कलर प्रिंटर मशीन से पहले असली नोट को स्कैन करता था, उसके बाद उसमें तार की जगह ग्रीन कलर का स्पार्कल टेप एवं स्पार्कल पेन से लाइन बनाकर उस पर थिनर लगाकर असली नोट जैसा नकली नोट बना देता था।
पुलिस का कहना है कि आरोपियों ने पूछताछ के दौरान नेपाल में पांच हजार रुपये के नकली नोट चलाने की बात कबूली है। प्रशांत का कहना है कि अमर नकली नोटों को ही चलाने के लिए नेपाल गया हुआ है। एसपी सिटी ने बताया कि आरोपियों के पास से बरामद बाइक भी एक माह पूर्व कविनगर थाना क्षेत्र से चोरी की पाई गई है।