बिजली कर्मचारियों ने किया कोरोना वारियर्स का दर्जा देने की मांग

बिजली कर्मचारियों ने किया कोरोना वारियर्स का दर्जा देने की मांग

बिलासपुर
छत्तीसगढ़ बिजली कर्मचारी संघ- महासंघ ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मांग की है कि बिजली मरम्मत से लेकर उत्पादन व्यवस्था संभालने वाले फ्रंटलाइन कर्मचारियों को कोरोना वारियर्स का दर्जा दिया जाए। उन्हें विशेष बीमा, संक्रमित होने पर चिकित्सा लाभ, अवकाश के अलावा यदि किसी तरह जनहानि होती है तो उनके आश्रितों को तत्काल अनुकंपा नियुक्ति दी जाए।

संघ का कहना है कि इस संकट की घड़ी में भी अपनी जिंदगी दाव में लगाकर कर्मचारी कंपनी के उत्पादन केंद्रों से लेकर मरम्मत समेत कई महत्वपूर्ण कार्यों को करने में डटे हुए हैं। कार्य के दौरान कई कर्मचारी संक्रमित भी हो रहे हैं, पर इलाज के अभाव में मौत भी हो जा रही है। बिजली कर्मियों का मानना है कि इस महामारी के दौर में उनके कार्यों का वास्तविक मूल्यांकन नहीं किया जा रहा है, जबकि वे अपना व स्वजनों का जान जोखिम में डालकर बिजली व्यवस्था को सुचारू रखे हुए हैं। इस स्थिति में 50 लाख रुपये बीमा के दायरे में इन कर्मचारियों को भी शामिल किया जाए। मध्यप्रदेश व अन्य राज्यों की तरह कोरोना से पीड़ित अधिकारी व कर्मचारियों को न्यूनतम तीन लाख का कोरोना अग्रिम दिया जाए।

प्रदेश में नियमित, संविदा व बाह्य स्त्रोत के दौरान काम करने वाले 3377 अधिकारी व कर्मचारी कोरोना से प्रभावित हुए हैं। जिनमें से 2251 होम आइसोलेट एवं 1126 अस्पताल में भर्ती हुए। इस दौरान अभी 132 अधिकारी व कर्मचारियों की मौत भी कोरोना काल में हो चुकी है, यह स्थिति बेहद गंभीर है।