भारतीयों में कम हो रहा iPhone का क्रेज, 4 साल में पहली बार बिक्री में कमी
नई दिल्ली
भले ही आईफोन काफी महंगा आता हो। भले ही यह सभी के पहुंच में न हो, बावजूद इसके भारत में आईफोन का क्रेज़ कुछ कम नहीं है। इसी क्रेज़ को भुनाने के लिए ऐपल हर साल नए आईफोन्स भारतीय मार्केट में उतारता है। इस साल भी उसने कई नए आईफोन्स लॉन्च किए, लेकिन अब लग रहा है कि आने वाले वक्त में भारतीयों में आईफोन का क्रेज कम होने वाला है।
इंडस्ट्री रिसर्च फर्म काउंटरपॉइंट ने शनिवार को कहा कि भारत के हॉलिडे सीजन के चौथे क्वॉर्टर में ऐपल के आईफोन्स की बिक्री में भारी गिरावट आ सकती है। अगर ऐसा होता है तो उन्हें पिछले 4 सालों में पहली बार इतनी बड़ी गिरावट का सामना करना पड़ सकता है। आईफोन से जुड़े तीसरी तिमाही के नतीजे घोषित करने के बाद ऐपल के सीईओ टिम कुक ने कहा कि चौथी तिमाही में भारत में बिक्री सामान्य थी, जिसमें पूरा एक महीना त्योहारी सीजन का भी रहा है और वह वक्त इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स की सेल के लिए काफी बंपर रहा।
पिछले साल 10 लाख आईफोन्स की कम बिक्री होने के बावजूद ऐपल इस साल यानी 2018 में 2 मिलियन यानी 20 लाख आईफोन्स बेचने के लिए तैयार था, लेकिन ट्रेड टैरिफ और कमजोर रुपये की वजह से कीमतें बढ़ गईं। भारतीय रुपये में गिरावट भारतीय ऐपल के बिजनस के लिए एक कड़ी चुनौती बन गया है।
काउंटरपॉइंट रिसर्च के रिसर्च डायरेक्टर नील शाह ने कहा कि भारत में आईफोन की ब्रिकी बीते चार साल में पहली बार गिरने जा रही है। उन्होंने आगे कहा कि आईफोन्स महंगे होते जा रहे हैं, लेकिन उनके फीचर्स और स्पेसिफिकेशन्स में कोई खास दम नहीं है। ऐड्रॉयड के ग्राहकों में काफी वृद्धि हुई है, जबकि ऐपल के लिए नया कस्टमर बेस आ ही नहीं रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि इस साल बेचे गए आधे से अधिक फोन्स पुराने आईफोन मॉडल थे, जबकि उच्च बिक्री की कीमतों का मतलब था कि ऐपल का भारतीय राजस्व (रेवेन्यू) पिछले एक साल के मुकाबले या तो स्थिर रहता नहीं तो बढ़ता।