मंत्री के भतीजे ने झाड़ा रौब, महिला सूबेदार को दी ट्रांसफर की धमकी

मंत्री के भतीजे ने झाड़ा रौब, महिला सूबेदार को दी ट्रांसफर की धमकी

इंदौर
प्रदेश में कांग्रेस सरकार के आते ही नेताओं के ऊपर सत्ता का नशा सिर चढ़कर बोल रहा है। नेता इतने मद में चूर हो रहे है कि सूबेदार को भी धमकी देने से पीछे नही हट रहे है। ताजा मामला इंदौर से सामने आया है जहां महिला सूबेदार  द्वारा टैफिक नियम तोड़ने पर कांग्रेस पार्षद को रोकने पर धमकी मिल गई। कांग्रेस पार्षद ने सूबेदार को ट्रांसफर कराने की धमकी दे डाली। पार्षद कमलनाथ सरकार में पीडब्ल्यू मंत्री का भतीजा बताया जा रहा है। वही अब इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।

जानकारी के अनुसार, राजीव गांधी चौराहे पर रविवार सुबह पुलिस का चेकिंग पॉइंट लगा था। यहां महिला सूबेदार सोनू बाजपेयी और आरक्षक विजय चौहान ड्यूटी पर थे। सुबह करीब 11 बजे कांग्रेसी पार्षद और लोक निर्माण मंत्री सज्जन सिंह वर्मा के भतीजे अभय वर्मा अपनी कार से चौराहे से गुजरे। उन पर गाड़ी चलाते समय मोबाइल पर बात करने का आरोप लगाकर जवान ने उनकी गाड़ी रोकी और किनारे खड़ी करने का कहा। महिला सूबेदार सोनू वाजपेयी ने गाड़ी के कागज मांगे तो अभय बौखला गए। उन्होंने मोबाइल पर बात करने से इनकार किया। कागज भी नहीं दिखाए।  इस दौरान पार्षद और महिला सूबेदार में जमकर बहस हुई। सूबेदार ने कार्रवाई की चेतावनी दी और सिपाही ने वीडियो बनाया तो माफी मांगकर कार ले गए। 

एक घंटे बाद समर्थकों के साथ फिर आए और सूबेदार से विवाद करने लगे। इतना ही नही उन्होंने सूबेदार को ट्रांसफर की धमकी भी दे डाली। बाद में शहर कांग्रेस अध्यक्ष आदि ने मामला शांत करवाया। इस दौरान  एक समर्थक ने  झाबुआ ट्रांसफर कराने के लिए कहा तो दूसरे समर्थक ने सूबेदार को सस्पेंड करने की मांग की। टीआई ने आरोपों पर आवेदन देने के लिए कहा तो पार्षद ने कहा कि शिकायत नहीं करेंगे। हमारी सरकार है, ऐसे में कांग्रेसियों की सुनवाई होगी।  वहां से रवाना होने के एक घंटे बाद पार्षद अपने समर्थकों के साथ वापस लौटे।

सूबेदार का आरोप है कि पार्षद ने बालाघाट-झाबुआ ट्रांसफर कराने की धमकी दी। पार्षद का कहना है कि सूबेदार आधी-अधूरी घटना बता रही हैं। जवान ने मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेताओं के बारे में गलत बात कही तो हम विरोध करने पहुंचे। घटना की जानकारी लगते ही कांग्रेस के कई नेता भी मौके पर पहुंच गए।

बता दे कि यह पहला मौका नही है। अभय पहले भी विवादों में रह चुके है। जब वे नगरनिगम में नेता प्रतिपक्ष थे तब भी कई मामले सामने आए है। जून 2016 में जूनी इंदौर स्थित पिशोरी ढाबे का डिलेवरी बॉय लेट पहुंचा तो वर्मा अपने परिवार के लोगों को लेकर ढाबे पर पहुंचे। ढाबे में तोड़फोड़ की और जमकर हंगामा किया। इस मामले में जूनी इंदौर पुलिस ने अभय वर्मा सहित अन्य लोगों पर बलवे का केस दर्ज किया था।