मशीन से साफ की जाएगी रायपुर की प्रदूषित हवा
रायपुर
वायु प्रदूषण के खिलाफ अभियान अब दिल्ली व रायपुर के अलावा देश के दूसरे बड़े शहरों में भी चलेगा। सरकार ने इसके लिए 70 शहरों को चिन्हित किया है। इसके तहत नीरी (नेशनल इनवायरमेंट इंजीनियरिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट) प्रोजेक्ट को मंजूरी दी गई है।
इसमें एक यंत्र की मदद से दूषित हवा को खींचकर वायुमंडल में साफ हवा छोड़ी जाती है। फिलहाल इसको लगाने की शुरुआत 15 सितंबर से दिल्ली व रायपुर सहित देश के चार शहरों में होगी। इनमें पटना व नासिक भी शामिल हैं।
नीरी के इस प्रोजेक्ट को आइआइटी मुंबई की देखरेख में चले लंबे ट्रायल में खरा उतरने के बाद मंजूरी मिली है। वायु प्रदूषण से निपटने के लिए जिन बड़े शहरों पर फोकस किया जाएगा, उनका चयन केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की रिपोर्ट के आधार पर किया गया है।
पर्यावरण मंत्रालय से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, यंत्र को लगाने का काम अलग-अलग चरणों में होगा। पहले चरण का काम पूरा होने के बाद अगले चरण के लिए शहरों का चयन किया जाएगा। रायपुर में 20 पोल लगने हैं। अभी इसके तहत आठ जगहों को चुना गया है। इनमें तेलीबांधा, रेलवे स्टेशन ,ऑक्सीजोन, भाटागांव, बूढ़ातालाब, सेंट्रल लाइब्रेरी एवं एनआइटी परिसर शामिल हैं।
इस यंत्र के जरिये एक हजार वर्गफीट के क्षेत्र की हवा को खींचा जाता है, फिर फिल्टर की मदद से हवा में घुले सभी छोटे-छोटे कणों को छानकर वायुमंडल में साफ हवा छोड़ी जाती है। फिलहाल इसका इस्तेमाल उन स्थलों पर किए जाने की योजना है, जहां ट्रैफिक दबाव के चलते प्रदूषण का स्तर काफी अधिक होता है। दिल्ली में इसके लिए पांच ट्रैफिक जंक्शनों की पहचान की गई है। नासिक, रायपुर और पटना में दो से तीन स्थानों पर यह मशीन लगाई जाएगी।
bhavtarini.com@gmail.com 
