मिजल्स रूबेला अभियान स्वस्थ्य बच्चों की पहचान

उत्तर बस्तर कांकेर 
खसरा के संक्रमण से अंधापन, डायारिया, निमोनिया, एन्सेफलाइटिस, दिमागी बुखार जैसी बीमारी तथा गर्भावस्था के दौरान प्रथम त्रैमास में मिजल्स रूबेला संक्रमण होता है तो यह गर्भपात, पैदा हुआ बच्चों में आजीवन विकलांगता, मानसिक मंधता, अंधापन, बहरापन, हृदय की बीमारी, सिर का छोटा या बडा हो जाना जैसे गंभीर बीमारी होती है, जो परिवार एवं समाज पर बोझ होता है। खसरा उन्नमूलन एवं रूबेला नियंत्रण के लिए जिले में मिजल्स रूबेला अभियान प्रारंभ किया गया है, जिसके तहत् 35 एम.आर. कैम्पेन दिवसों में टीकाकरण किया जा रहा है।

अभियान के दौरान प्रथम चरण में पहले दो सप्ताह शासकीय एवं निजी स्कूलों में कक्षा 10वीं तक अध्यनरत (15 वर्ष आयु तक) सभी बच्चों को एम.आर. का एक टीका प्रशिक्षित टीकाकर्मियों द्वारा लगाया जा रहा है तथा द्वितीय चरण के तीसरे एवं चौथे सप्ताह में प्रत्येक गांव में एम.आर. का टीका प्रशिक्षित टीकाकर्मियों द्वारा टीकाकरण सत्र लगाकर टीकाकृत किया जा रहा है। विकासखण्ड अंतागढ़ के स्कूलों में 384 एवं गांव में 158 टीकाकरण सत्र लगाकर 20,613 बच्चे, भानुप्रतापपुर के स्कूलों में 361 एवं गांव में 106 टीकाकरण सत्र लगाकर 23,887 बच्चे, चारामा विकासखण्ड के स्कूलों में 306 एवं गांव में 194 टीकाकरण सत्र लगाकर 22,721 बच्चे, दुर्गूकोंदल के स्कूलों में 245 एवं गांव में 172 टीकाकरण सत्र लगाकर 16,837 बच्चे, कोयलीबेडा केस्कूलो मंे 597 तथा गांव में 119 सत्र लगाकर 37,565 बच्चे, नरहरपुरके स्कूलों में 223 एवं गांव में 165 टीकाकरण सत्र लगाकर 24,990 बच्चे तथा विकासखण्ड कांकेर ग्रामीण केस्कूलों में 289 एवं गांव में 117 टीकाकरण सत्र लगाकर 19,064 बच्चे बच्चों तथा कांकेर शहरी क्षेत्र केस्कूलों में 65 तथा वार्डो में 23 टीकाकरण सत्र लगाकर 5,626 बच्चों को सुरक्षित तरीके से एम.आर. टीका से प्रतिरक्षित किया जा चुका है। इस प्रकार जिले को प्राप्त लक्ष्य 2,30,439 के विरूद्ध एम.आर. कैम्पेन के 18वें दिवस के समापन तक जिले में 9 माह से 15 वर्ष आयु सूमह (कक्षा 10वीं) तक के 1,71,303 बच्चों का टीकाकरण किया जा चुका है। इस प्रकार जिले को प्राप्त लक्ष्य के विरूद्ध 74ण्33ःउपलब्धि प्राप्त कर लिया गया है। 

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी श्री जे.एल उइके ने जिले के सभी पालको से अपील किया है कि 9 माह से 15 वर्ष आयु सूमह (कक्षा 10वीं) तक के सभी बच्चों को अपने नजदीकी टीकाकरण सत्र अथवा अस्पताल में ले जाकर एम.आर. का एक टीका लगवाकर सहयोग प्रदान करें।