मीठे को डायट से हटाने के कई फायदे

मीठे को डायट से हटाने के कई फायदे

चाहे कोई व्यक्ति कितना भी हेल्थ कॉन्शस क्यों न हो लेकिन जब सामने केक या आइसक्रीम आती है तो मना कर पाना या खुद को रोक पाना बेहद मुश्किल हो जाता है। ये जानते हुए भी कि मीठे के सेवन से सेहत पर कई तरह के नकारात्मक प्रभाव पड़ सकते हैं जैसे सिरदर्द, सुस्ती या हॉर्मोनल असंतुलन। इन सबके बावजूद शुगर को अपनी डायट से हटाना लगभग मुश्किल-सा हो जाता है।
इसके पीछे साइंटिफिक वजह यह है कि शुगर हमारे ब्रेन में opioid receptors को ऐक्टिवेट करता है जो ब्रेन के रिवॉर्ड सिस्टम को शुरू कर देता है। अगर सिंपल भाषा में कहें तो शुगर या शगुर से बनी चीजें खाने से हमारा मूड अच्छा होता है और हम खुश होते हैं और हमारे ब्रेन को इसकी आदत-सी लग जाती है जिससे जब भी हम उदास होते हैं या हमारा मूड ठीक नहीं होता है तो हमें कुछ मीठा खाने की क्रेविंग होने लगती है।

-आप शायद ना जानते हों कि शुगर या मीठा खाना बंद करने से आपके शरीर को कई तरह के फायदे होते हैं। स्टडीज की मानें तो जब कोई मीठा खाना बंद कर देता है उसका असर बॉडी पर कुछ ऐसा ही होता है जैसा ड्रग्स छोड़ने के बाद होता है। एक्सपर्ट्स के अनुसार मीठा या शुगर छोड़ने से शुरुआत में कुछ दिनों के लिए आप थकान, सिरदर्द या चिड़चिड़ापन महसूस कर सकते हैं। कुछ लोग पेट से जुड़ी समस्याओं के साथ उदासी भी महसूस करते हैं। क्योंकि इस समय हमारी बॉडी ग्लूकोज के कम स्तर को अजस्ट करने की कोशिश करती है।

-जैसे-जैसे आपकी बॉडी शुगर के बिना अजस्ट होना सीख लेती है आप ऊर्जावान महसूस करने लगते हैं, साथ ही साथ दिनभर काफी एनर्जेटिक महसूस करते हैं और चिड़चिड़ेपन की भी समस्या खत्म हो जाती है। अपनी डायट से शुगर या मीठे को हटाने का सकारात्मक प्रभाव नींद पर पड़ता है। आपको अच्छी नींद आती है जो कि आपके हेल्थ के लिए बहुत जरूरी है।

-शुगर की कमी से आपका वेट भी कंट्रोल में रहता है। वैसे शुगर के सेवन से आपका वजन नहीं बढ़ता लेकिन अगर आप बहुत ज्यादा मात्रा में शुगर का सेवन करते हैं तो वजन बढ़ने की समस्या हो सकती है। जब आप शुगर या मीठा खाना कम या बंद करते हैं तो धीरे-धीरे ही सही आपके शरीर का एक्सट्रा फैट कम होने लगता है जिससे आपका वजन भी नियंत्रित होता है। इसमें थोड़ा समय लग सकता है। केवल मीठे की मात्रा कम करने से वेट कंट्रोल नहीं होगा साथ ही साथ आपको प्रोटीन की मात्रा बढ़ानी होगी और एक्सर्साइज भी रेग्युलर बेसिस पर करना होगा।