राजधानी को छह नए प्रीपेड आॅटो बूथ की सौगात, कम्प्यूटर में होगी हर यात्री की एंट्री

राजधानी को छह नए प्रीपेड आॅटो बूथ की सौगात, कम्प्यूटर में होगी हर यात्री की एंट्री

भोपाल
राजधानी में अब कोई आॅटो चालक यात्रियों से ज्यादा किराया नहीं ले पाएगा। यदि कोई चालक ऐसा करता है, तो यात्री आॅटो पर लिखे बूथ नंबर को याद रखें। शिकायत करने पर आॅटो चालक के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाएगी। दरअसल, राजधानी में जल्द ही 6 नए प्रीपेड आॅटो बूथ खोले जाएंगे। इसके लिए जिला प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी है। 

चुनाव परिणाम के बाद इस प्रक्रिया में काम किया जाएगा। बूथ के हिसाब से हर आॅटो को नंबर दिया जाएगा। यात्री को आॅटो की नंबर प्लेट देखने की जगह बूथ नंबर याद रखना होगा। यह नंबर आॅटो के आगे और पीछे लिखा रहेगा। प्रीपेड बूथ पर होने वाली हर शिकायत पर तत्काल एक्शन लिया जाएगा। इसके अलावा यात्रियों का कम्प्यूटराइज्ड रिकॉर्ड रखा जाएगा तथा आॅटो भी सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में रहेंगे, ताकि पता चल सके कि कौन-सा आॅटो किस सवारी को लेकर रवाना हुआ है। 

हर प्री-पेड बूथ को नंबर दिया जाएगा। उस बूथ से यदि 50 आॅटो अपनी सेवाएं दे रहे हैं, तो सभी आॅटो पर एक से लेकर 50 तक नंबर दर्ज किए जाएंगे और उसके नीचे बटे में प्रीपेड बूथ का नंबर लिखा जाएगा। उदाहरण के तौर पर यदि 25 नंबर वाला आॅटो है, यदि दो नंबर प्रीपेड बूथ आॅटो है तो उस पर 25/2 दर्ज रहेगा।

प्री-पेड बूथ रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड परिसर में होंगे।  बूथ से जुड़े सभी आॅटो ही परिसर में खड़े रहेंगे।  बूथ पर लगी होगी किराया सूची। यात्री बूथ से रसीद कटाएगा तो उसका रिकार्ड कम्प्यूटर में आॅटो नंबर के साथ दर्ज रहेगा। रसीद पर प्री-पेड बूथ का टेलीफोन नंबर दर्ज रहेगा। आॅटो सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में रहेंगे। प्री-पेड बूथ पर पब्लिक अनांउसमेंट सिस्टम लगाया जाएगा। बस स्टैंड या रेलवे स्टेशन पर केवल वही ओला या उबर कैब खड़ी रहेंगी, जिनकी बुकिंग होगी।