लापरवाही के चलते प्रदेश के इन पांच कलेक्टरों पर गिर सकती है गाज

लापरवाही के चलते प्रदेश के इन पांच कलेक्टरों पर गिर सकती है गाज

भोपाल
देशभऱ में चुनाव आयोग की किरकिरी कराने वाले पांच जिलों के कलेक्टरों को अब कांग्रेस ने हटाने की मांग की है। कांग्रेस का आरोप है कि इन पांचों की लापरवाही के कारण विधानसभा चुनाव के दौरान मतदान, ईवीएम जमा करने तथा स्ट्रांग रूम की सुरक्षा में गड़बड़ी सामने आई है।इनकी लापरवाही की वजह से आज चुनाव आयोग कठघरे में खड़ा हो गया है और देशभर में इसको लेकर सवाल उठ रहे है।माना जा रहा है कि कांग्रेस की शिकायत के बाद लापरवाही के चलते भोपाल, खरगोन,खंडवा, सागर और अनूपपूर कलेक्टर पर कार्रवाई की जा सकती है।

पीसीसी के मीडिया विभाग की अध्यक्ष शोभा ओझा ने कहा कि  खुरई, अनूपपुर में 48 घंटे ईवीएम मशीन स्ट्रांग रूम नहीं पहुंच पाईं, क्या ये प्रश्न वांछित नहीं है,  भोपाल में डीजी होमगार्ड के कार्यालय की कैंटीन में डाक मतपत्रों का लावारिस रूप में पाया जाना क्या जनादेश की लूट का षड्यंत्र नहीं है। यदि इन सब अनियमितताओं की शिकायत कांग्रेस कर रही है तो इसमें गलत क्या है। प्रदेश के कई कलेक्टर भाजपा के लिए काम कर रहे हैं। इन पर कार्रवाई की जानी चाहिए। इस मामले में अबतक कर्मचारियों और अधिकारियों पर कार्रवाई हो चुकी है, लेकिन कलेक्टरों पर अबतक कोई कार्रवाई नही की गई है।

उन्होंने कहा कि मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय पोस्ट ऑफिस की भूमिका है और हम जो भी शिकायतें करते हैं, उन्हें वह लेकर दिल्ली भेज देता है। अब तक भोपाल के स्ट्रांग रूम की बिजली गुल होने, खुरई में 48 घंटे बाद ईवीएम जमा होने जैसी शिकायतों पर संबंधित जिलों के कलेक्टरों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर सका है। उन्होंने सवाल उठाया है कि वे निर्वाचन आयोग जैसी संवैधानिक संस्था पर अमानवीय व्यवहार करने का आरोप लगा रहे हैं, क्या वह सही है। 

बता दे कि बीते दिनों सागर और खरगोन, अनूपपुर, खंडवा और भोपाल में ईवीएम को लेकर कई लापरवाही सामने आई । कही देरी से ईवीएम पहुंची तो कही  1  स्ट्रांग रूम के बाहर की लाइट बंद मिली, तो कही पुलिस मुख्यालय में पोस्टल बैलेट मिलने का मामला सामने आया। इसको लेकर खूब बवाल भी मचा था और कांग्रेस ने चुनाव आयोग से भी शिकायत की थी। हालांकि आयोग ने मामले को गंभीरता से लेते हुए सात कर्मचारियों को निलंबित और दस को शोकॉज नोटिस भी दिया था। वही नायाब तहसीलदार और एसडीएम को भी निलंबित किया गया, लेकिन अब कांग्रेस कलेक्टरों को हटाने की मांग कर रही है।

इन कलेक्टरों को हटाने की मांग

  • सागर कलेक्टर आलोक कुमार
  • खंडवा कलेक्टर विशेष गढ़पाले
  • अनूपपुर कलेक्टर अनुग्रह पी
  • खरगोन कलेक्टर शशिभूषण सिंह 
  • भोपाल कलेक्टर सुदाम खाड़े