विश्नोई और तन्खा का ट्वीट जबलपुर के हालात सुधारने ली जाए सेना की मदद
जबलपुर
जबलपुर में कोरोना के बिगड़ते हालातों को सुधारने के लिए पूर्व मंत्री अजय विश्नोई व सांसद विवेक तन्खा ने यहां सेना की मदद लेने के लिए कहा है। सीएम शिवराज से दोनों नेताओं ने आग्रह किया है कि यहां की स्थितियों पर ध्यान दिया जाए। तन्खा ने तो प्रशासन की उदासीनता पर भी नाराजगी जताई है। पूर्व मंत्री विश्नोई ने ट्वीट कर कहा है कि जबलपुर में कोरोना बेकाबू हो रहा है। ऐसी स्थिति में उनका सुझाव है कि हम सेना की मदद लें। जबलपुर में सेना के पास बड़ी संख्या में कुशल पैरामेडिकल स्टाफ उपलब्ध है। केंद्र सरकार के माध्यम से उनकी सेवाएं लेने का प्रयास करें।
सीएम शिवराज को टैग किए ट्वीट में विश्नोई ने कहा कि सेना के स्टाफ से लेकर जबलपुर के शासकीय इंजीनियरिंग कालेज और साइंस कालेज के खाली पड़े होस्टल्स को अस्पताल का स्वरूप दें। कमरे हैं, बाथरूम है, मेस है और ये दोनों शहर के बीच हैं। सामान्य कोविड मरीजों को यहां रखा जा सकता है। बाजार में उपलब्ध आक्सीजन कंसेंटेÑटर खरीदकर 5 लीटर तक आक्सीजन दी जा सकती है। ज्यादा गंभीर होने पर मेडिकल कालेज भी भेजा जा सकता है। आने वाला समय चुनौतीपूर्ण है और अतिरिक्त सोच ही जबलपुर की मदद कर सकेगा।
सांसद विवेक तन्खा ने भी समय आ गया है कि स्थानीय प्रशासन आर्मी के मदद से जबलपुर में शीघ्र अति शीघ्र अस्थाई कोविड सेंटर स्थापित करे। पूर्ण महाकौशल क्षेत्र के कोविड मरीज जो दर दर भटक रहे हैं, उनको इससे राहत मिलेगी। उन्होंने कहा कि दिल्ली और रायपुर के तर्ज पर ऐसे स्वास्थ्य यज्ञ में सांसद निधि से एक करोड़ की राशि अर्पित करूँगा। उन्होंने यह भी कहा कि यह मैं जबलपुर के सांसद के हैसियत से नहीं कर रहा हूं, न कह रहा हंू। जो मैं हंू भी नहीं। मात्र इस लिए कि मैं जबलपुर से प्रेम करता हंू। तन्खा ने कहा कि पूरा जबलपुर एक स्वर में एक ही बात कह रहा है कि यहां का डिस्ट्रिक्ट प्रशासन उदासीन है। पता नहीं उनका किससे संवाद है। हालत बहुत गम्भीर हैं।