शत्रुघ्न ने किया पत्नी का प्रचार, कांग्रेस कैंडिडेट बोले- पार्टी धर्म निभाएं

शत्रुघ्न ने किया पत्नी का प्रचार, कांग्रेस कैंडिडेट बोले- पार्टी धर्म निभाएं

लखनऊ
शॉटगन के नाम से मशहूर अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा कुछ दिनों पहले तक बीजेपी में रहते हुए अपनी ही पार्टी की आलोचना कर असहज स्थिति पैदा करते रहते थे, अब कांग्रेस में आने के बाद भी उनको लेकर नाराजगी पैदा होने लगी है। दरअसल, कांग्रेस नेता शत्रुघ्न सिन्हा की पत्नी पूनम सिन्हा को समाजवादी पार्टी ने लखनऊ से अपना उम्मीदवार बनाया है। वहीं, इस सीट से कांग्रेस ने आचार्य प्रमोद कृष्णम को मैदान में उतारा है। गुरुवार को पूनम सिन्हा के नामांकन और रोडशो में शत्रुघ्न सिन्हा भी शामिल हुए, जो कांग्रेस उम्मीदवार को नागवार गुजरा।

प्रमोद कृष्णम ने शत्रुघ्न सिन्हा को नसीहत देते हुए कहा कि उन्हें पार्टी धर्म निभाना चाहिए। लखनऊ से कांग्रेस उम्मीदवार प्रमोद ने कहा, 'शत्रुघ्न सिन्हा जी ने यहां आ करके अपना पत्नी-धर्म निभाया है, लेकिन मैं शत्रु जी से ये कहना चाहूंगा कि पति-धर्म उन्होंने आज निभा दिया लेकिन एक दिन मेरे लिए प्रचार करके वो पार्टी-धर्म निभाएं।'

शत्रुघ्न ने कहा, मेरा फर्ज है
कांग्रेस उम्मीदवार ने कहा कि शत्रुघ्न सिन्हा को लखनऊ सीट पर पार्टी के उम्मीदवार का प्रचार करना चाहिए। 'खामोश' अंदाज में शत्रुघ्न ने भी साफ कह दिया कि परिवार के मुखिया और एक पति होने के नाते अपने परिवार का समर्थन करना मेरा कर्तव्य है। माना जा रहा है कि कांग्रेस में उनके खिलाफ नाराजगी बढ़ सकती है।

लखनऊ सीट बीजेपी का गढ़
लखनऊ सीट को बीजेपी का गढ़ माना जाता है और यहां से पार्टी पिछले 28 सालों से जीतती आ रही है। बीजेपी ने लखनऊ से राजनाथ सिंह को उम्मीदवार बनाया है। पटना की रहने वाली पूनम सिन्हा और संभल के आचार्य प्रमोद कृष्णम के उतरने से लखनऊ का चुनाव काफी दिलचस्प हो गया है। राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो लखनऊ में कायस्थ मतदाताओं की संख्या तीन से साढ़े तीन लाख के आसपास है। इसके अलावा सवा लाख के करीब सिंधी वोटर्स हैं। इसी वजह से एसपी के कुछ नेताओं ने अभिनेता से नेता बने शत्रुघ्न सिन्हा की पत्नी पूनम सिन्हा को लखनऊ से लड़ाने का सुझाव दिया था।

लखनऊ से कब, कौन जीता
1991, 1996, 1998, 1999 और 2004 के लोकसभा चुनावों में अदब, तहजीब और नफासत की इस नगरी से पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का कब्जा रहा। 2009 में अटल के खास रहे लालजी टंडन इस सीट पर जीते। इसके बाद 2014 के लोकसभा चुनाव में राजनाथ सिंह ने इस सीट पर किस्मत आजमाई और भारी मतों से चुनाव जीते। 2019 में फिर राजनाथ सिंह बीजेपी के टिकट पर यहां से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।

आपको बता दें कि बीजेपी ने शत्रुघ्न सिन्हा का पटना साहिब सीट से टिकट काट दिया था, जिसके बाद उन्होंने कांग्रेस का दामन थाम लिया। कांग्रेस ने उन्हें पटना साहिब सीट से ही उम्मीदवार बनाया है और यहां उनका मुकाबला बीजेपी के दिग्गज नेता रविशंकर प्रसाद से है।