शिप्रा में उफान, गंभीर नदी का आधा कोटा हुआ पूरा

उज्जैन
 मध्यप्रदेश की धर्मधानी उज्जैन में लगातार पांचवें दिन भी बारिश जारी रही। बीते चौबीस घंटों में 2 इंच बारिश हुई, जिससे मोक्षदायिनी शिप्रा एक बार फिर उफनी और पानी छोटे पुल से 5 फीट ऊपर से गुजर गया। उधर, जलापूर्ति का मुख्य केंद्र गंभीर जलाशय आधा भराने की कगार पर पहुंच गया। रविवार दोपहर को मौसम खुल गया और धूप निकल आई। मालूम हो कि पिछले पांच दिनों से शहर में बारिश का दौर जारी है।

इस अवधि में 12 इंच बारिश हो चुकी है और शिप्रा दो बार उफान पर आ चुकी है। गंभीर का जलस्तर भी 169 एमसीएफटी (मिलियन क्यूबिक फीट) से बढ़कर 1050 एमसीएफटी के पार हो गया है। ये आंकड़ा गंभीर की कुल क्षमता 2250 एमसीएफटी के तकरीबन आधा है। यानी गंभीर में इतना पानी है कि डेड स्टोरेज का 100 एमसीएफटी पानी छोड़ दे तो शेष 950 एमसीएफटी पानी 8 एमसीएफटी प्रतिदिन खपत के मान से अगले 118 दिन शहर में सप्लाई किया जा सकता है। इधर, शनिवार रात तेज बारिश के बाद रविवार को दिनभर मौसम साफ रहा। आसमान से बादल छंटने और तेज धूप पड़ने से लोग उमस से दिनभर परेशान हुए। दिन का अधिकतम तापमान 31.5 डिग्री और रात का 22.8 डिग्री सेल्सियस रहा। जीवाजी वेधशाला के मुताबिक उज्जैन में अब तक कुल 17.32 इंच बारिश हो चुकी है, जो औसम 36 इंच बारिश से 18.68 इंच कम है।

कई कॉलोनियों में भराया पानी, जहां नालों की सफाई हुई वहां भी

बारिश से शहर के आधे नाले उफान पर आए और सड़कों पर पानी भरा गया। कई उन कॉलोनियों में भी जहां नगर निगम ने नालों की सफाई के नाम पर तोड़-फोड़ की थी। इन्हीं क्षेत्रों में कुछ मकान ऐसे भी देखे गए जहां नालों का पानी सीधे घरों में भराया। लक्ष्मीनगर, हनुमान नाका, कवेलू कारखाना, नईसड़क, इंदौरगेट, बहादुरगंज, ढांचाभवन, हीरामिल की चाल क्षेत्र के प्रभावित परिवारों ने कहा कि ठीक से नालों की सफाई होती तो ये स्थिति बनती ही नहीं। नगर निगम ने सिर्फ खाना पूर्ति की है।

दो साल पहले बने पुल की सरफेस उखड़ी, दीवार और बिजली के खंभे गिरे

बारिश से दो साल पहले शिप्रा नदी पर बने बड़नगर रोड समानांतर पुल और मंगलनाथ मंदिर पुल की सरफेस खराब हो गई है। कई जगह से सरिये तक झांकने लगे हैं। यही हाल शहर की 100 से ज्यादा आंतरिक सड़कों के भी हैं। देखने वाले निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर सवाल खड़े कर भ्रष्टाचार का अंदेशा जता रहे हैं। इधर, दत्त अखाड़ा घाट पर मिट्टी धंसने से सिंहस्थ-2016 में बनी दीवार ढह गई है। यहीं कुछ बिजली के खंभे भी उखड़कर गिर गए हैं। हालांकि इसमें किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।