शिवराज कांग्रेस को लेकर झूठ परोसना बंद करें: कमलनाथ
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भोपाल
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने आचार संहिता के दौरान कैबिनेट की बैठक बुलाने पर सवाल उठाते हुए कहा कि मतगणना के पांच दिन पहले इस बैठक को लेकर इस तरह प्रचारित किया गया कि उन्हें किसान और आम जनता की बड़ी चिंता है इसलिए पांच दिन इंतजार नहीं कर सकी। जिन्होंने 15 साल किसानों की चिंता नहीं की, वो अब क्या करेंगे? कमलनाथ ने कहा कि शिवराज कांग्रेस को लेकर झूठ परोसना बंद करें।
कमलनाथ ने आश्चर्य जताते हुए कि शिवराजसिंह ने केबिनेट की बैठक के बाद अपनी प्रेस कांफ्रेस में ईवीएम की गड़बड़ी पर सवाल उठाने पर कांग्रेस को खूब कोसा। लेकिन सागर, सतना, खरगोन, भोपाल सहित प्रदेश के कई हिस्सों में ईवीएम की गड़बड़ियों और भोपाल में लावारिस हालात में मिले डाक मतपत्रों पर उन्होंने एक शब्द भी नहीं बोला। इसीसे समझा जा सकता है कि भाजपा का इन गड़बड़ियों को संरक्षण है। इसलिए भाजपा इस पर मौन है।
कमलनाथ ने कहा कि कांग्रेस को कोसने वाले शिवराज जान लें कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार हर हाल में बन रही है। कमलनाथ ने कहा कि शिवराजसिंह चौहान के पत्रकार वार्ता में चुनाव आयोग को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की कि भाजपा चुनाव आयोग की अमानवीय प्रताड़ना का सबसे ज्यादा शिकार हुई है। इस पर उन्हें वह सारे मामले स्पष्ट करना चाहिए, जिसमें भाजपा को प्रताड़ित व अमानवीयता का शिकार होना पड़ा। उनका यह बयान चुनावी कार्य में लगे हजारों अधिकारियों और कर्मचारियों का अपमान है व उनकी निष्ठा और निष्पक्षता पर संदेह व्यक्त करता है। इसके लिए शिवराजसिंह को उनसे माफी मांगना चाहिए।
नाथ ने कहा कि शिवराजसिंह कांग्रेस को लेकर झूठ परोसना बंद करें। कांग्रेस उन अधिकारियों पर सवाल उठा रही है जो ईवीएम की सुरक्षा में गड़बड़ियों के जिम्मेदार हैं और जो भाजपा को फायदा पहुंचाने का काम कर रहे हैं। जो आज भी भाजपा के एजेंट के रूप में कार्य कर रहे हैं। जिनकी निष्पक्षता पर आज भी संदेह है। कांग्रेस चुनाव कार्य में लगे उन हजारों ईमानदार अधिकारियों, कर्मचारियों के साथ है जो आज भी ईमानदारी, निष्पक्षता और निष्ठा से अपना कार्य कर रहे हैं।
चुनाव आयोग शिवराज के दौरों पर नजर रखें:
नाथ ने चुनाव आयोग से मांग की है कि वह शिवराजसिंह चौहान मतदान के बाद उनके तमाम दौरों, मुलाकातों व बांधवगढ़ यात्रा पर निगरानी रखे। कांगे्रस के पास इसकी पुख्ता जानकारी है कि छुट्टियों के बहाने बांधवगढ़ जा रहे शिवराजसिंह की कई रिटर्निंग आफीसर्स से मुलाकात की तैयारी है, ताकि दबाव, प्रभाव डालकर बड़े पैमाने पर गडबड़झाले को अंजाम दिया जा सके। जिन-जिन क्षेत्रों में भाजपा हार रही है और कांगे्रस जीत रही है वहां चुनाव कार्य में लगे जिम्मेदार अधिकारियों पर दबाव, प्रभाव डाला जा रहा है। इसलिए चुनाव आयोग मतगणना के पूर्व चुनावी कार्य में लगे अधिकारियों को जो शिवराजसिंह से मुलाकात कर रहे हैं, उन्हें निगरानी में ले। कांगे्रस भी ऐसे लोगों की सूची बनाकर उन्हें रिकाॅर्ड में लेगी।
भाजपा की दाढ़ी में तिनका: अजय सिंह
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजयसिंह ने यहां जारी बयान में कहा कि मुख्यतमंत्री शिवराजसिंह चुनाव में बड़े पैमाने पर हुई गड़बड़ियों से घबरा गए हैं। उनकी पूरी पत्रकार वार्ता से स्पष्ट है कि दाढ़ी में तिनका है। अजय सिंह ने कहा िक शिवराज ने कैबिनेट की अनावश्यक बैठक की लेकिन जनादेश की सबसे बड़ी प्रक्रिया के दौरान हो रही गड़बड़ी पर मुख्यमंत्री सहित पूरी भाजपा का मौन रहना क्या उसकी मिलीभगत साबित नहीं करता ? नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री जवाब दें कि क्या सतना में स्ट्रांग रूम में दो व्यक्तियों को बड़े बक्से ले जाते हुए पीछे से घुसते नहीं पकड़े गए। शहडोल जिले में चार दिन बाद ईवीएम मशीन जमा नहीं हुई। अनूपपुर जिले के एक मतदान केंद्र पर 56 वोटों का अंतर क्यों पाया गया ? सागर और खरगोन जिले में ईवीएम मशीनें मतदान खत्म होने के 48 घंटे बाद क्यों पहुंची ?