श्यामा प्रसाद मुखर्जी को लेकर नैशनल कॉन्फ्रेंस सांसद और गृह मंत्री अमित शाह में हुई तकरार

नई दिल्ली
जम्मू और कश्मीर पुनर्गठन बिल पर मंगलवार को लोकसभा में चर्चा के दौरान नैशनल कॉन्फ्रेंस सांसद हसनैन मसूदी के श्यामा प्रसाद मुखर्जी पर दिए एक बयान पर हंगामा होने लगा। मसूदी के बयान पर गृह मंत्री अमित शाह ने कड़ी आपत्ति जताई। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तो एनसी सांसद से सदन में माफी मांगने की मांग की। बता दें कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी जनसंघ के संस्थापक थे और वह आर्टिकल 370 के कट्टर विरोधी थे।
क्या कहा था मसूदी ने?
नैशनल कॉन्फ्रेंस सांसद हसनैन मसूदी ने आर्टिकल 370 के समर्थन में दलील देते हुए कहा कि इसके बनने में तो श्यामा प्रसाद मुखर्जी का भी आशीर्वाद था। मसूदी के इतना कहते ही बीजेपी सदस्य विरोध करने लगे। इसी बीच, गृह मंत्री अमित शाह अपनी सीट से उठे और मसूदी के बयान पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि यह तथ्य से परे है। शाह ने कहा, 'कहीं से भी रेफरेंस दिखा दें कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने 370 का समर्थन किया। मैं मसूदी साहब से पूछना चाहता हूं कि कहां पर श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने 370 का स्वागत किया? जान दे दी उन्होंने 370 को हटाने के लिए। क्या बात कर रहे हैं आप। किस जगह पर कहा, उसका जिक्र करें।'
मसूदी और शाह में तकरार
गृह मंत्री की आपत्ति और शोरशराबे के बीच मसूदी अपने बयान पर कायम रहे। उन्होंने कहा, 'कांस्टिट्यूट असेंबली के डिबेट का रिकॉर्ड यहां लाइए। बिल के विरोध में किसी ने वोट नहीं दिया। क्या वह (श्यामा प्रसाद मुखर्जी) कैबिनेट में शामिल नहीं थे।' इस पर शाह ने कहा, 'इस तरह से बेबुनियाद बातें यहां नहीं हो सकतीं।'
मसूदी की सफाई और शाह का जवाब
मसूदी ने बाद में अपने बयान पर सफाई दी। उन्होंने कहा, 'मैंने यह नहीं कहा कि मुखर्जी जी ने यह प्रस्ताव (आर्टिकल 370) लाया था। बात सिर्फ यह है कि क्या सर्वसम्मति से 370 नहीं बना?' इस पर अमित शाह ने कहा, 'उस समय कैबिनेट से होकर कानून नहीं बनता था। संविधान बनने के बाद कैबिनेट से होकर कानून बनने लगे। इसलिए यह कहना कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी कैबिनेट में थे तो आर्टिकल 370 का समर्थन किया, यह पूरी तरह गलत है।' बाद में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, 'राजनाथ सिंह ने कहा कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी पर मसूदी ने जो कहा है, उसके समर्थन में प्रमाण पेश करें और अगर नहीं करते हैं तो सदन से माफी मांगे।'