श्रावण महा में महाकाल की नगरी में कावड़ यात्रा पर रोक

उज्जैन
कोरोना के कारण सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने धारा 144 के तहत कावड़ यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया है। 25 जुलाई से श्रावण महीना शुरू होने वाला है। इस बार श्रावण महीने में 4 सोमवार पड़ेंगे। इस दौरान भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व है। सावन के महीने में महाकाल की नगरी उज्जैन में श्रद्धालुओं की भीड़ रहती है। इस बार ऐसा नहीं होगा। प्रशासन ने कोरोना को देखते हुए कांवड़ यात्रा पर प्रतिबंध लगाया है। इसके अलावा बाबा की सवारी पिछले साल की तरह छोटे मार्ग से ही निकालने का निर्णय लिया है।
साथ ही भस्म आरती में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक भी जारी रहेगी। ये निर्णय एडीएम नरेंद्र सूर्यवंशी और मंदिर समिति की मीटिंग के बाद लिया गया है। इसके अलावा श्रावण महीने में दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने को लेकर एक-दो दिन में निर्णय लिया जाएगा।
हिंदू मान्यता के अनुसार विष्णु भगवान श्रावण माह में शिवजी को सृष्टि का भार सौंप देते हैं। इसके बाद से ही लगातार श्रावण में भक्त मनोकामना लेकर कावड़ लेकर बाबा को जल अर्पित करने के लिए महाकाल मंदिर पहुंचते हैं। कोरोना के कारण सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने धारा 144 के तहत कावड़ यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया है। साथ ही श्रावण-भादौ में निकलने वाली सवारियों के लिए भी मार्ग तय कर दिया है। इसमें श्रद्धालुओं के प्रवेश पर प्रतिबंध रहेगा।
श्रद्धालुओं की संख्या में होगा इजाफा
श्रावण में कावड़ यात्री और आम लोग द्वारा मंदिर में बाबा के जलाभिषेक पर रोक रहेगी। पिछले साल मंदिर प्रशासन ने कावड़ यात्रियों और आमजन द्वारा लाए गए जल को पात्र में एकत्र किया था। इसके बाद उसमें से प्रतीकात्मक रूप से दो घड़े जल भरकर शिवलिंग को अर्पित किया था। कावड़ियों को भी प्री बुकिंग के माध्यम से ही दर्शन करवाए गए थे। इस बार मंदिर में दर्शनों की व्यवस्था पर अंतिम निर्णय बाकी है।
इस साल 7 सवारी
पहली सवारी - पहला सोमवार: 26 जुलाई 2021
दूसरी सवारी- दूसरा सोमवार: 2 अगस्त 2021
तीसरी सवारी - तीसरा सोमवार: 9 अगस्त 2021
चौथी सवारी - चौथा सोमवार: 16 अगस्त 2021
सावन माह 22 अगस्त को खत्म होगा।
पांचवी सवारी- भादौ माह, सोमवार, 23 अगस्त
छठवीं सवारी- भादौ- सोमवार, 30 अगस्त
अंतिम सवारी- भादौ- सोमवार, 6 सितंबर