सबसे आखिर में आएगा मुख्यमंत्री रमन सिंह के हार जीत का परिणाम, इस सीट से शुरू होगी मतगणना
राजनांदगांव.
छत्तीसगढ़ में शांतिपूर्ण मतदान के बाद अब प्रशासन ने मतगणना की तैयारियां शुरू कर दी हैं। हालांकि यहां मतगणना में लंबा इंतजार है लेकिन मतगणना दल बनाने और मतगणना स्थल में विधानसभावार टेबल सजाने और अन्य व्यवस्थाएं करने का काम शुरू कर दिया गया है।
विधानसभावार इवीएम की गणना 14-14 टेबल लगाकर किया जाएगा। इस प्रक्रिया में 16 से 20 राउंड तक की गणना होगी। सबसे कम राउंड राजनांदगांव में होगा लेकिन यहां प्रत्याशियों की संख्या सबसे ज्यादा होने के चलते यहां का रिजल्ट सबसे आखिर में आएगा। मानपुर का परिणाम सबसे पहले आने का अनुमान है।
प्रशासन ने मतगणना दल के गठन की कवायद शुरू कर दी है। प्रत्येक टेबल में चार से पांच कर्मचारी तैनात किए जाएंगे। इस मान से चार सौ से ज्यादा कर्मचारी टेबलों में ही तैनात रहेंगे। इसके अलावा मतगणना स्थल में चार से पांच सौ शासकीय कर्मी अलग अलग दायित्वों के लिए तैनात होंगे। इस तरह करीब हजार लोगों के जिम्मे में मतगणना का काम होगा। इस बार वीवीपैट की पर्ची भी गिनी जाएगी, इसके लिए भी अलग से ट्रेनिंग और तैनाती की व्यवस्था हो रही है।
मीडिया सेंटर तक मोबाइल की छूट
निर्वाचन कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार मीडिया सेंटर में कम्प्यूटर और इंटरनेट की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा मीडिया सेंटर तक मोबाइल ले जाने की छूट रहेगी। हालांकि मतगणना कक्ष में मोबाइल प्रतिबंधित रहेगा।
शाम तक आएंगे सारे नतीजे
11 दिसम्बर को सुबह 8 बजे से मतगणना शुरू होगी। सबसे पहले डाक मत पत्रों की गिनती की जाएगी। इसके बाद स्ट्रांग रूम को खोलकर इवीएम को मतगणना कक्ष में लाकर इसकी गणना शुरू की जाएगी। राजनांदगांव में सबसे कम राउंड होंगे लेकिन ज्यादा प्रत्याशी होने के कारण प्रत्येक उम्मीदवार के नंबर डिस्प्ले करने में वक्त लगेगा और इस वजह से यहां का परिणाम सबसे देर से आएगा। मोहला-मानपुर में कम प्रत्याशी होने के चलते यहां का परिणाम सबसे पहले आएगा। हालांकि सभी जगहों के परिणामों की घोषणा लाटरी से चयनित किए गए केन्द्र के वीवीपैट की पर्ची की गिनती के बाद ही घोषित किया जाएगा। ऐसा समझा जा रहा है कि शाम छह-सात बजे तक सभी जगहों के परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे।
एफसीआई गोदाम छावनी में तब्दील
मतदान के बाद इवीएम और अन्य मशीनों को गौरीनगर स्थित एफसीआई गोदाम में रखा गया है। यहीं पर मतगणना होगी। इस पूरे परिसर को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। मतगणना के दिन यहां और भी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था होगी। मतगणना कार्य में लगे कर्मचारियों के अलावा राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों और मीडिया के लिए पास जारी किया जा रहा है। इसके बिना परिसर में प्रवेश प्रतिबंधित होगा।