कांग्रेस के चुनावी घोषणा का असर धान खरीदी पर, 18 दिन बाद भी किसानों ने नहीं बेचा एक भी दाना

कांग्रेस के चुनावी घोषणा का असर धान खरीदी पर, 18 दिन बाद भी किसानों ने नहीं बेचा एक भी दाना

पलारी
 छत्तीसगढ़ के विकासखंड के 22 सहकारी समिति एवं 5 जिला सहकारी बैंक के करीब 27 हजार पंजीकृत कृषक हैं, जो समितियों के माध्यम से खेती के लिए ऋण लेते हैं और अपनी उपज धान समर्थन मूल्य में सहकारी समितियों को बेचते हैं।

इस वर्ष सरकार ने समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की शुरुआत एक नवंबर से की है, जिसमें पूरे 17 दिन गुजर जाने पर भी कृषक धान बेचने में रुचि नहीं दिखा रहे।जबकि 1750 रुपए समर्थन मूल्य और बोनस एक साथ किसानों को इस वर्ष दिया जा रहा है।अधिकांश किसानों के खेत से फसल कट गए हैं और बाकी किसान फसल काटने में जुटे हुए हैं, जिन किसानों का फसल कट गया है वह भी अपनी फसल बेचने के बजाय घर और खलिहान में रोक कर रखे हैं।

किसानों का कहना है कि चुनावी वर्ष में कांग्रेस के घोषणा पत्र और कर्ज माफी के चलते अपनी फसल को जाम कर रखे हैं, क्योंकि अभी फसल बेचने पर उन्हें कर्ज की राशि भरनी पड़ेगी और सरकार बदलने पर उनको कर्ज से मुक्ति और दो साल का पुराना बोनस मिलने की आस में बैठे हैं। इस वर्ष धान की बिक्री में चुनाव का असर साफ दिखाई दे रहा है। बैंक और मंडी दोनों सूना पड़ा है, जबकि अभी किसानों की भीड़ लगी रहती। ग्राम कोसमंदी के किसान भोला वर्मा, भरत साहू, बोधन यादव, साधराम यादव, मोहन भारद्वाज, भिखम वर्मा, श्यामलाल, भागीरथ, सोहन लाल, रामनाथ, रवि सेन, वीरू सेन सहित अनेक किसानों ने कहा कि वे नई सरकार बनने का इंतजार कर रहे हैं। 2500 रुपए समर्थन मूल्य और कर्ज माफी का इंतजार कर रहे हैं। खर्च के लिए ही मंडी में धान बेचे हैं, जिसमें मजदूरों, ट्रैक्टर, हार्वेस्टर के भुगतान की
गई है।

ब्लॉक के जिला सहकारी बैंक कोदवा के अंतर्गत रेंगाडीह, जारा, कोदवा, गाड़ाभाठा, गिर्रा, देवसुंदरा, जर्वे, खरतोरा समितियाँ हैं, जिसमें कुल 7778 पंजीकृत किसान हैं, जिसमें 5170 किसानों ने कर्ज लिया है। 433 किसानों ने 11591 क्विंटल धान बेचे हैं। जिससे लगभग 80 लाख कर्ज वसूली की गई है। 

इसी तरह पलारी सहकारी केंद्रीय बैंक के अंतर्गत पलारी, बलौदी, कुसमी, सैहा समितियां हैं, जिसमें कुल 3858 पंजीकृत किसान हैं। 442 किसानों से 10494 क्विंटल धान की खरीदी की गई है, जिसमें 57 लाख की ऋण वसूली की गई है। जिला सहकारी बैंक वटगन में भवानीपुर, तेलासी, वटगन समितियों में कुल 5236 पंजीकृत किसान हैं। 185 किसानों से 4784 क्विंटल धान की खरीदी की गई है। जिला सहकारी केंद्रीय बैंक कोसमंदी के अंतर्गत सरसेनी, छेरकपुर, अमेरा, कोसमंदी समितियों में कुल 4199 पंजीकृत किसानों में 415 किसानों ने 11775 क्विंटल धान बेचे।

इसी तरह किला सहकारी केंद्रीय बैंक रोहांसी के अंतर्गत दतरेंगी, सीतापार, कोनारी, रोहांसी समितियों में कुल 5728 पंजीकृत किसान हैं। 409 किसानों ने 9709 क्विंटल धान बेचे हैं। इस तरह लगभग 25 हजार किसानों ने धान नहीं बेची है।
इस संबंध में जिला सहकारी केंद्रीय बैंक शाखा पलारी के प्रभारी शाखा प्रबंधक प्रह्लाद पटेल ने बताया कि खरीदी केंद्रों में धान कि आवक बहुत कम है, जहाँ प्रतिदिन 10 हजार क्विंटल धान की आवक होनी चाहिए, वहां 2000 क्विंटल धान भी नहीं आ रहा है।